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चहेते ठेकेदारों से बिना टेंडर काम करवा नियमों की धज्जियाँ उड़ाता विद्युत विभाग

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बहाने बिना टेंडर के चहेते ठेकेदार को कार्य देकर शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए विद्युत विभाग के अधिकारी

राकेश जसपाल की रिपोर्ट   नंदिनी अहिवारा से:-

मामला दुर्ग जिले के धमधा तहसील नंदिनी नगर शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय का है, जो बिना टेंडर के कालेज में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत विभाग के अधिकारी कार्यपालन अभियंता द्वारा लाखों रुपए से विद्युत कनेक्शन कार्य को करवाया लिया गया ।

शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय नंदिनी नगर, पुलिस थाने के सामने नया भवन का निर्माण किया गया है, जिसका उद्घघाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने दिनांक 15/09/ 2021 को किया, इसके पूर्व में विद्युत विभाग ने बिना टेंडर ही अपने चहेते ठेकेदार से कार्य करवा लिया । इस संबंध में कार्यपालन अभियंता भिलाई 3 श्री धर्मेंद्र भारती से इस मुद्दे पर पूछा गया कि बिना टेंडर किये नागरिक कल्याण महाविद्यालय में विद्युत कनेक्शन कैसे किया गया है, इस पर  श्री भारती ने  कहा हमको पावर है, हाय अथॉरिटी को पावर है कि मुख्यमंत्री या किसी मंत्री के कार्यक्रम के बिना टिंडर को कार्य करवा सकते हैं ।

इस संबंध में आरटीआई से जानकारी ली गई की हाई अथॉरिटी के  बिना टेंडर को कार्य करवाने संबंधी गाइडलाइंस कि जानकारी मांगी गई, जो जानकारी नहीं दिया गया । इसी कड़ी में टेंडर संबंधी जानकारी भी मांगी गई थी, जिसमें दिनाँक 08/12/2021 को टेंडर क्रमांक 1415 को टेन्डर किया गया । एवं कार्यालय आर्डर क्रमांक 5559 दिनाँक 09/12/2021 को क्रिएटिव इंजीनियरिंग प्रगति नगर रिसाली भिलाई को अनुबंध किया गया । अब इस बात को लेकर बड़े सवाल खड़े होते नजर आ रहे है, जब हाय अथॉरिटी को पावर है कि वो बिना टेंडर के करवा सकता है तो फिर काम हो जाने के बाद टेंडर की प्रक्रिया की नवटंकी क्यों की गई, टेंडर की प्रक्रिया की नवटंकी इस बात को प्रमाणित करती नजर आ रही है की दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है ।

छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत विभाग के प्रदेश में अधिकतर कार्य 20% से 25% विलो में टेंडर खोले जाते है वही  शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय की टेंडर क्रमांक 1415 दिनांक 08/12/ 2021,  4.9 एभव में दिया गया हैं। यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस टेंडर मे तीन फर्म / संस्था ने भाग लिया है, जिसमें दो फर्म/ संस्था को स्पोट (रिंग) बनाकर टेन्डर में भाग लिया गया हो, क्योंकि एक फॉर्म को 5.03 एवं दूसरी फार्म को 5.3 एभव मे टेन्डर भरा गया हैं । सूत्रों से यह भी जानकारी मिला है कि ऑफलाइन टेंडर में अधिकतर ठेकेदार रिंग बनाकर कार्य करते हैं एवं इसी प्रकार एभव में कार्य कर छत्तीसगढ़ विद्युत विभाग को करोड़ों रुपए की क्षति पहुचाया जा रहा है।

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