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नोएडा-ग्रेटर नोएडा में लगेगी 500 करोड़ के फ्लैट, विला और दुकान की ई-बोली, जानिए वजह E-bidding of flats, villas and shops will be held in Noida-Greater Noida, know the reason

नोएडा. जल्द ही आपका नोएडा और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में खूबसूरत फ्लैट और विला खरीदने का ख्वाब पूरा हो सकता है. इतना ही नहीं शानदार शॉपिंग माल (Shopping Mall) में दुकान भी खरीद सकते हैं. और यह सब मुमकिन होगा ई-बोली से. जी हां, गौतम बुद्ध नगर प्रशासन (Gautam Budh Nagar) जल्द ही 500 करोड़ रुपये कीमत के फ्लैट, विला और दुकान की ई-

 

 

नीलामी करेगा. इस ई-नीलामी (E-auction) में आप भी घर बैठे अपनी मनपंसद के फ्लैट (Flat), विला और दुकान की ई-बोली लगा सकते हैं. बीते कुछ महीनों में प्रशासन ने 40 बिल्डर्स की 500 करोड़ रुपये कीमत की प्रॉपर्टी को जब्त किया है. इसमे सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी सुपरटेक के बिल्डर (Supertech Builder) की है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) भी फ्लैट खरीदारों की सुनवाई के दौरान बिल्डर की प्रॉपर्टी को जब्त कर नीलाम करने की बात  कह चुका है.

500 करोड़ की प्रॉपर्टी में यह खरीदने का मिलेगा मौका

गौतम बुद्ध नगर प्रशासन ने साल 2021 में 40 बिल्डर्स की करीब 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति को सीज किया है. सीज संपत्ति में 350 फ्लैट, 6 प्लाट, 35 दुकानें और 69 लग्जरी विला बताए जा रहे हैं. इसमे शॉप्रिक्स मॉल की जब्त की गई दुकानें भी शामिल हैं. एडीएम फाइनेंस वंदिता श्रीवास्तव के मुताबिक सभी विला और दुकानों के साथ ही बकाएदार 40 बिल्डरों की जब्त संपत्ति की भी ई-नीलामी की जाएगी.हालांकि चर्चा यह भी है कि आज के बाजार रेट के हिसाब से बिल्डर्स की सीज की गई संपत्ति की कुल कीमत 500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. अब सभी प्रॉपर्टी को ऑनलाइन नीलाम करने की तैयारी चल रही है. जानकारों की मानें तो नीलामी से जुड़ी सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. शासन से भी मंजूरी मिल गई है. जिन बिल्डरर्स की प्रॉपर्टी जब्त की गई है उसमे अंतरिक्ष, केलटेक, सनवर्ड, इको ग्रीन, हैबीटेक, गायत्री, सुपर सिटी, लॉजिक्स, मस्कोट होम्स, जेएसएस बिल्डकान, न्यूटेक प्रमोटर्स शामिल हैं.

प्रशासन ने इसलिए सीज की थी 500 करोड़ की प्रॉपर्टी

गौतम बुद्ध नगर प्रशासन के मुताबिक बिल्डर्स के खिलाफ यह कार्रवाई यूपी रेरा की लिखा-पढ़ी के बाद हुई है. बड़ी संख्या में फ्लैट खरीदारों को यह बिल्डर्स या तो फ्लैट पर कब्जा नहीं दे रहे थे या उनके रुपये नहीं लौटा रहे थे. रेरा ने भी बिल्डर्स को दर्जनों लैटर लिखे.लेकिन रेरा की इस कार्रवाई को बिल्डर्स ने गंभीरता से नहीं लिया, जिसका नतीजा यह निकला कि डीएम सुहास एलवाई के निर्देश पर बिल्डर्स के खिलाफ संपत्ति सीज करने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इतना ही नहीं रेरा के आदेशों को न मानने वाले बिल्डर्स के खिलाफ फ्लैट खरीदार सुप्रीम कोर्ट चले गए थे. जहां खरीदारों की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बिल्डर की प्रॉपर्टी को जब्त कर नीलाम करने की बात कही थी.

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