पॉवर हाउस स्टेशन में स्टॉपेज के नाम से रेलवे अधिकारी कर रहे हैं गुमराह
भिलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र ताम्रकार ने भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन पर कई महत्वपूर्ण ट्रेनों की स्टॉपेज की मांग करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू , देवेंद्र यादव विधायक एवं महापौर भिलाई तथा जी एम द./पू .म रेलवे बिलासपुर और चेयर चेयर मैन रेलवे बोर्ड नई दिल्ली तथा मंडल रेल प्रबंधक रायपुर को ज्ञापन प्रेषित किया गया था।
उक्त ज्ञापन के जवाब में डॉ एस एन मुखर्जी उप मुख्य परिचालन का बंधन यात्री दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर से गत 8 जुलाई को प्रेषित पत्र में ट्रेनो के ठहराव के नियम बताते हुए कहा है कि किसी भी स्टेशन पर अतिरिक्त मेल एक्सप्रेस गाडी के ठहराव के लिए प्रतिदिन प्रति गाड़ी शयन यान श्रेणी में 500 किलोमीटर एवं इससे अधिक दूरी के लिए कम से कम 40 टिकिटो की बिक्री एवं इससे प्राप्त आय 12716 रु से 24506 रु होनी चाहिए परंतु स्टेशन पर या आकड़ा मात्र 20 टिकिट एवं इससे प्राप्त आय 7024 रु हैं। अत: यह स्टेशन अतिरिक्त ट्रेनों के ठहराव के मापदंड को पुर्ण नहीं करता है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं ब्लाक कांग्रेस क्रमांक-1 के पूर्व अध्यक्ष अमीरचंद अरोरा,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ललन तिवारी, छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के पुर्व सचिव महेश जायसवाल, दुर्ग जिला कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष राजेश प्रसाद गुप्ता, राजकुमार चैधरी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी क्र. 1 के अध्यक्ष प्रभाकर राव जनबंधु, नागेंद्र तिवारी, परविंदर सिंग, दिनेश गुप्ता भरतलाल साहु,के आर साहु संतोष मालवीय,हीरालाल प्रजापति, विक्की मेश्राम आदि नेताओं ने रेलवे इस दावे को गलत बताया है कि इस स्टेशन में 20 टिकिट की बिक्री होती है चंूकि उक्त स्टेटन में प्रति दिन सैंकड़ों में टिकिट की बिक्री होती है। जिसे रेलवे स्टेशन पर आकर देखा जा सकता है।कांग्रेस के नेताओं ने संका जाहिर करते हुए कहा है कि कहीं ऐसा तो नही कि रेलवे के अधिकारी यह नही चाहते कि भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन में एक्प्रेस ट्ेनों का स्टापेज दिया जाए।
श्री ताम्रकार ने बताया कि दिल्ली आगरा भोपाल आदि शहर सहित देश के कई शहरों में स्टेशन की दूरी 9 किलोमीटर से भी कम की दूरी पर स्टॉपेज दिया गया है तो भिलाई पावर हाउस स्टेशन में भी स्टॉप क्यों नहीं दिया जा सकता है। दुर्ग नगर पालिका निगम की आबादी लगभग 3.50 लाख की है, और वाडों की संख्या 60 है और भिलाई नगर पालिका निगम की वाडों की संख्या 70 है और यहां की आबादी लगभग 10 लाख कि है इससे साफ जाहिर होता है कि दुर्ग से बहुत ही ज्यादा जनसंख्या भिलाई की है उसके बाद भी उक्त स्टेशन पर ट्ेनों का स्टापेज नहीं देना सरासर गलत है और भिलाई वासियों के प्रति अन्याय करने का आरोप लगाया है।
भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन और विश्व प्रसिद्ध भिलाई प्लान की दूरी मात्र 2 किलोमीटर है और यहां ट्रेनों की स्टॉपेज नहीं देने के कारण यहां से 9 किलोमीटर दूर दुर्ग के जाना पड़ता है। भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन की वार्षिक आमदनी लगभग 24 करोड रूपये से ज्यादा है उसके बाद भी ट्रेनों का स्टापेज नहीं दीया जाना रेलवे के अधिकारियों की सोची समझी चाल है जिसके कारण उसे स्टेशन का विकास भी नहीं हो पा रहा है।
भिलाई क्षेत्र से प्रति दिन सैकड़ो यात्री ई टिकट लेकर यात्रा करते हैं उसका भी आंकड़ों का पता करने की मांग की है कि कितना ई टिकट भिलाई क्षेत्र से दिया जाता है उसका भी आकड़ा का पता किया जाए जिससे उसके संबंध में यह सही जानकारी प्राप्त हो सके
भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन से दुर्गे स्टेशन के लिए रिजर्वेशन कर आते हैं और वह दुर्गे स्टेशन से यात्रा शुरू करते हैं परंतु रिजर्वेशन भिलाई पावर हाउस से कराते हैं तो उन रुपयों का काउंट भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन में की जाए और उन रुपयों का हक भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन का होता है इसलिए भिलाई पावर हाउस के खाते में ही जमा होनी चाहिए ना कि दुर्ग स्टेशन के खाते में।
कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि पूर्व में यह भी स्पष्ट किया गया कि भिलाई पावर हाउस रेलवे स्टेशन में कई सुपरफास्ट एवं एक्सप्रेस ट्रेनो की प्रतिदिन चैन पुलिंग होती है और अगर यहां 2 मिनट का स्टॉपेज देने के बजाय चैन पुलिंग को ठीक करने में लगभग 5 मिनट का समय लगता है वह रेलवे को मंजूर है इसलिए यहां रेलवे बोर्ड की ठहराव की नियम नहीं चलता चैन पुलिंग के कारण कई बार हादसा भी हो चुका है। इसलिए सुरक्षा कानों को मद्देनजर रखते हुए सुपरफास्ट एवं एक्सप्रेस टे्नों का स्टॉपेज भिलाई पावर हाउस में दिया जाए जिससे रेलवे को समय और यात्रियों को दुर्ग से भिलाई आने जाने का अतिरिक्त आर्थिक भार ना वहन करना पड़े!