भिलाई में श्रमिकों के हित के लिए मीनीमाता के नेतृत्व में हुआ था यहां आंदोलन
भिलाई। छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व मंत्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बदरूदीन कुरैशी ने कहा कि हमारा सौभाग्य था कि ममतामायी मीनीमाता ने नेतृत्व में बोकारो से एचएससीएल के श्रमिकों की छटनी कर के भिलाई भेजा जा रहा था और एक तरफ भिलाई के श्रमिकों की छटनी की जा रही थी उस वक्त हम लोगों ने छत्तीसगढ़ कल्याण मजदूर संगठन जिसकी संस्थापक अध्यक्ष ममतामयी मीनीमाता थी उनके नेतृत्व में आंदोलन किया और हमें सफलता मिली छटनी बंद हुई और छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को काम पर लिया गया। यह बहुत बडी उपल्बधि थी।
कुरैशी ने बताया कि भिलाई इस्पात संयत्र में छत्तीसगढ़ के मूल निवासी आज कई विभागों में अधिकारीयों के पद पर कार्यरत है। ममतामयी मीनीमाता की देन है व सभी वर्ग के अधिकार के लिए संघर्ष करती थी मीनीमाता का सभी धर्मो के लिए समान आदर भाव था छत्तीसगढ़ की पहली महिला संासद थी और उन्होंने ससंद के अन्दर छत्तीसगढ़ी में ही सम्बोधित करती थी। देश कीे आजादी के आंदोलन में पं0 सुंदरलाल शर्मा, ठाकुर प्यारेलाल सिंह, अगमदास गुरू के पास आया करते थे, अगमदास गुरूजी के कारण पुरा देश का सतनामी समाज राष्ट्रीय आंदोलन से जुड गया था। इसलिए उनका निवास रायपुर आंदोलनकारियों का निवास स्थान बन गया था छत्तीसगढ राज्य की कल्पना मीनीमाता की भी थी उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते है।