छत्तीसगढ़

अपनी नाकामी छिपाने धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने लगाया चोरी का झूठा आरोप, धरना प्रदर्शन करने पर पत्रकारों से मांगी माफी To hide his failure, the manager of the paddy procurement center falsely accused the theft, apologized to the journalists for protesting

अपनी नाकामी छिपाने धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने लगाया चोरी का झूठा आरोप, धरना प्रदर्शन करने पर पत्रकारों से मांगी माफी।

 

कल शाम 7:30 बजे सिवनी धान खरीदी केंद्र के औचक निरीक्षण में पहुंचे जनसंवाद के ब्यूरो प्रमुख पवन बनाफर एवं उनके साथी पत्रकार प्रयास कैवर्त पर खरीदी केंद्र के प्रबंधक और ऑपरेटर ने 24 कट्टी धान चोरी का आरोप लगा दिया। जिसके विरोध में पवन बनाफर एवं उनके सहयोगी पत्रकार प्रयास कैवर्त धरने पर बैठ गए और धरना लगातार लगभग तीन घंटे तक चलती रही। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आई और मरवाही एसडीएम सुश्री हितेश्वरी बाघे और मरवाही तहसीलदार श्री शशि चौधरी मौका स्थल पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाइश दी, जिसके बाद खरीदी केंद्र के प्रबंधक को माफी मांगनी पड़ी । मरवाही एसडीएम ने प्रबंधक, समिति और निगरानी समिति के सदस्यों को बताया कि पत्रकार शासन-प्रशासन से जुड़कर काम करने वाले होते हैं और उन पर इस तरह के आरोप लगाना गलत बात है l साथ ही मौके पर उपस्थित मरवाही तहसीलदार शशि चौधरी ने कहा कि अब आगे इस तरह की बात सामने नहीं आनी चाहिए पत्रकार प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष रूप से हमेशा प्रशासन की मदद करते हैं, इसलिए उन पर बेबुनियाद आरोप लगाना अच्छी बात नहीं है l अब सवाल यह उठता है कि जिस धान खरीदी केंद्र में 24 घंटे दर्जनों हमाल रहते हैं एवं सुरक्षा के बड़े तगड़े प्रबंध हैं। जहां से एक कट्टा धान चोरी कर पाना भी नामुमकिन है। वहां से 24 कट्टे धान चोरी करने का आरोप धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक और ऑपरेटर ने क्यों लगाया ? क्या धान खरीदी केंद्र में धान की गई अफरा-तफरी को छुपाने के लिए झूठा आरोप लगा रहे थे ? या खरीदी केंद्र के प्रबंधक ने धान खरीदी केंद्र में किसी बड़े घोटाले को अंजाम दिया है ? यह जांच का विषय है। इस संबंध में पत्रकारों ने एसडीएम से जांच की मांग की है l सनद रहे कि जिले की कई धान खरीदी केंद्रों में लगातार चोरी की वारदात के मामले सामने आ रहें हैं जो शासन प्रशासन के लिए अच्छे संकेत नहीं है l

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