छत्तीसगढ़

महाविद्यालय में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर ई-वेबीनार एवं विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं का किया गया आयोजनमहाविद्यालय में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर ई-वेबीनार एवं विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं का किया गया आयोजन डायब में बेटी बचाओ-बेटी शिक्षा विषय पर ई-वेबीनार और अलग-अलग प्रतिद्वंदीएं अलग-अलग का विशेषण

महाविद्यालय में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर ई-वेबीनार एवं विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई
विभिन्न प्रतियोगिताओं का किया गया आयोजन
नारायणपुर 25 जनवरी 2022 – शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में ई-वेबीनार का आयोजन किया गया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यक्रम अधिकारी प्रो. बी. डी. चांडक ने राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य बताते हुए कहा कि समाज में लोगों के बीच बेटियों के अधिकार को लेकर जागरूकता पैदा करना और उन्हें एक नए अवसर मुहैया कराना है तथा लोगों की सोच बदलना है । इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने कहा जिसमें श्री सनातन मेरसा जिला सह परिवीक्षा अधिकारी द्वारा किशोर संरक्षण अधिनियम 2015 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
 प्रीति चांडक क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, जिला अस्पताल नारायणपुर द्वारा लैंगिक संवेदीकरण को बताते हुए लैंगिक समानता असमानता जैसे समस्या पर चर्चा किया गया। उन्होंने बताया कि लैंगिक असमानता बालिकाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर किस प्रकार बुरा प्रभाव डालता है साथ ही उन्होंने बालिकाओं को अपनी सपनों को साकार करने के लिए टिप्स भी दिए। किरण नेलवाल चतुर्वेदी महिला संरक्षण अधिकारी एवं बाल विकास विभाग द्वारा बालिकाओं एवं महिलाओं के लिए बने कानून के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और अलग-अलग योजनाओं जैसे घरेलू हिंसा अधिनियम,सखी सेंटर इत्यादि सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी।
श्रीमती हेमलता नेताम टीआई नारायणपुर द्वारा साइबर क्राइम से बालिकाओं की सुरक्षा किस प्रकार की जाए इस बारे में चर्चा किया गया। साथ ही उन्होंने सेल्फ डिफेंस के लिए बालिकाओं को कराटे, जूडो इत्यादि सीखने पर जोर दिया। शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाध्यक्ष डॉ. विजय लक्ष्मी गौड़ ने बेटियों को उड़ने दो विषय पर कहा कि लड़के और लड़कियों के पालन पोषण में होने वाले भेदभाव शिक्षा के लिए आगे नहीं बढ़ने देना खेलना, घूमना, तथा सुरक्षा पर प्रतिबंध लगाया जाता हैं। इस प्रकार का भेदभाव लड़कियों को मानसिक रूप से विकलांग बनाता है।
इस अवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर जगदलपुर से कार्यक्रम समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ, आदरणीय डॉ. डी.एल. पटेल ने अमूल्य समय निकाल कर के ई-वेबीनार में अपनी उपस्थिति दी, जिसमें उन्होंने स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन प्रदान किए एवं राष्ट्रीय बालिका दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं एवं बधाई दी। तथा कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. एस. आर. कुंजाम ने राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में अध्ययनरत बालिकाओं की संख्या प्रतिवर्ष ज्यादा रहती है तथा विभिन्न प्रतियोगिता में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करती है। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गिरधारी बीएससी प्रथम वर्ष तथा द्वितीय स्थान कु. तृप्ति साहू कक्षा ग्यारहवीं ने प्राप्त किया। नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कु. योगेश्वरी पुजारी बीएससी तृतीय वर्ष ने तथा द्वितीय स्थान कु. रिया बोमकर बीएससी द्वितीय वर्ष ने प्राप्त किया एवं रंगोली
 प्रतियोगिता में कु. चंपा पटेल एम. ए. तथा द्वितीय स्थान कु. सानू बी.ऐ. तृतीय वर्ष ने प्राप्त किया स महाविद्यालय एवं राष्ट्रीय सेवा योजना परिवार की ओर से समस्त विजेता प्रतिभागियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।

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