पिथौरा सरकारी अस्पताल में शुरू हई सिजेरियन डिलीवरी, सूविधा मिलने से बङी राहत
*पिथौरा सरकारी अस्पताल में शुरू हई सिजेरियन डिलीवरी, सूविधा मिलने से बङी राहत
पिथौरा – स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ डॉ. तारा अग्रवाल एवं गयनेकोलॉजिस्ट डॉ. एस. एन. डड़सेना के सक्रियता के कारण मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में लगातार विस्तार हो रहा है । बुधवार को यहां पहली बार सिजेरियन डिलीवरी से एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया । स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. एस.एन. डड़सेना ने बताया कि महिला के पेट में पानी नहीं होने और बच्चे के गले में नाल फस जाने के कारण हालात नाजुक बना हुआ था । जिसके कारण सिजेरियन से डिलीवरी किया गया । फिलहाल जच्चा – बच्चा दोनों स्वास्थ्य हैं । इससे पहले यहां सामान्य प्रसव किया जाता रहा है ।
जबकि सिजेरियन डिलीवरी के लिए लोगों को निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता था । निजी अस्पतालों में सामान्य डिलीवरी की फीस दस हजार रुपये तक नहीं जाती है । जबकि यदि सिजेरियन डिलीवरी की बात करें तो निजी अस्पतालों में 30 से 40 हजार रुपये तक का खर्च वहन करना पड़ता है । लेकिन अब पिथौरा के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिजेरियन डिलीवरी की शुरुआत होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। वही आपको बता दें कि महासमुंद जिले भर में एकमात्र पिथौरा के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी किया जा रहा है । वहीं पुरुषों का भी नसबंदी इसी अस्पताल में किया जाता है । जिसमें बीएमओ डॉ तारा अग्रवाल, गायनोलॉजिस्ट डॉ एस एन डड़सेना , नर्सिंग ऑफिसर आर. कोंडेकर , कल्पना प्रधान एवं खगेश्वरी ठाकुर का विशेष भूमिका होती है ।
फ़ोटो – संलग्न