कवर्धा और दुर्ग जिलों से लगातार भेड़-बकरी चोरी करने वाला गिरोह पकड़ाया,

दुर्ग। जिले के अंडा पुलिस ने कई सालों लगातार कई जिलों में भेड़ बकरी चोरी करने वाले गिरोह को पकडऩे में सफलता पाई है। पुलिस ने सरगना सहित तीन लोगों को गिरफ्तार उनके पास से 32 भेड़ और बकरी जब्त की है। भेड बकरी चोरी करने वाले आरोपियों के अनुसार ये पिछले कई सालों से बकरी चोरी करने का काम करते और बेचते आ रहे है।
इन लोगों ने अब तक कई हजार भेड़ बकरी चोरी कर बेच दिये है और दो साल में 1000 हजार बकरे बनाकर भी खा गये है। इन चोरों के पास से जो जब्त हुई है उनको भी बेचने के फिराक में थे और ग्राहक तलाशते समय पुलिस के हत्थे चढ गये।
अंडा थाना प्रभारी श्रुति सिंह ने बताया कि ग्राम निकुम में से आए दिन बकरी चोरी होने की शिकायत मिल रही थी। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने मुखबिर को अलर्ट किया। 17-18 जनवरी की दरमियानी रात जब पुलिस गश्त पर थी तो उन्हें जानकारी मिली कि पुरानी बस्ती निकुम से फिर कुछ लोगों ने 13 भेड़ व 1 बकरी को चोरी कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए क्षेत्र के आसपास के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज को खंगाला।
इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि भिलाई नगर रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले आरोपी खरगोश अपने 2 साथियों के साथ मिलकर बकरियों के बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने अलग-अलग जिलों से बकरी चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस ने तीनों आरोपी भिलाई नगर निवासी अरुण कुमार, भगवान दास जोशी उर्फ खरगोश और मोहम्मद इशाक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
लग्जरी वाहन से होती थी बकरी की तस्करी
खरगोश सहित उसके साथी झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले हैं। उन्होंने पिछले कुछ सालों में हजारों की संख्या में भेड़ बकरी चोरी कर बेचा। उस रकम से उन्होंने अरुण कुमार देशलहरे के नाम से स्कार्पियों खरीदा। इसके बाद इसी में चोरी की बकरी को लादकर उसकी तस्करी करते थे।
लग्जरी वाहन से तस्करी होने के चलते पुलिस उन्हें पकड़ती भी नहीं थी। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से कुल 32 भेड़ बकरियां सहित स्कार्पियो वाहन बरामद किया है।