भाजपा का विरोध महज एक दिखावा-गीतेश गांधी

कोंडागांव । पेट्रोल डीजल के दामो में हुई वृद्धि के विरोध में भाजपाइयों द्वारा दिखावे का विरोध किया जा रहा है वे विरोध करने से पहले ये भी भूल जाते है कि राज्य में पेट्रोल डीजल के दामो में दी जा रही छूट केंद्रीय वित्त आयोग की सिफारिश की वजह से वापस ली गई है।
भाजपाइयों की संवेदनशीलता पेट्रोलियम पदार्थो की कीमत मोदी सरकार द्वारा बढाने पे सोई रहती है जैसे कुछ माह पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी के द्वारा बजट में पेट्रोल डीजल पे 1-1रु सेस लगाया गया जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल के दाम 3 रु तक बढ़ गए तब इन्हें जनता की याद नही आई तब इन्हें महंगा डीजल महंगा पेट्रोल याद नही आया तब इन्हें विरोध करना याद नही आया पुतला दहन करना याद नही आया। इन्हें तो तब भी विरोध करना याद नही आया था जब कच्चे तेल के दामो में भारी गिरावट के बाद भी केंद्र की मोदी सरकार की खराब आर्थिक नीतियों के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम 85 से 90 रु तक पहुच गए थे तब इन्हें ना महगाई दिखी ना जनता की परेशानी दिखी थी और आज केंद्रीय वित्त आयोग की सिफारिश पे छूट वापस लेने से पेट्रोल डीजल के दामो में बढ़ोतरी से घड़ियाली आंसू बहा रहे है और बेवजह विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
दरअसल इनका विरोध अब छत्तीसगढ़ में अपने खिसक चुके जनाधार को बचाने के लिए हो रहा है। इन्हें आज भी जनता की मूलभूत परेशानियों से कोई लेना देना नही है और इसीलिए अब ये दिखावे के लिए अपने आपको जनता का हितैषी बताने पे लगे हुए है भाजपाई बताये क्या वे केंद्र की मोदी सरकार से एक्ससाइज व कस्टम्डयूटी वापस लेने के लिए मोदी सरकार का पुतला दहन करने का साहस दिखाएंगे जिससे पेट्रोल डीजल के दामो में 10-15 रु की कमी हो सके, केंद्र की भाजपा सरकार ने मई 2014 से अब तक कुल 12 बार पेट्रोल पे कुल 211 प्रतिशत तो डीजल पे 433 प्रतिशत एक्ससाइज ड्यूटी बढ़ाई है और इस प्रकार मोदी सरकार ने जनता की जेब से 52 महीनों में रु 11 लाख करोड़ लुटे है।
कांग्रेस की राज्य सरकार ने तो मात्र वेट की छूट वापस की है वो भी केंद्र सरकार के वित्त आयोग के निर्देश पे और ये भाजपाई भी अच्छे से जानते है कि वित्तीय मामलों में राज्य सरकार वित्त आयोग के निर्देशों पे काम करती है भाजपाइयों में साहस है और उन्हें वाकई जनता के हितों की चिंता है तो करे मोदी जी का पुतला दहन जिनकी खराब आर्थिक नीतियों की वजह से आज देश की अर्थव्यवस्था जो 2014 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी 9वें पायदान पे पहुच गई है। करे वित्त मंत्री का पुतला दहन जिनकी अदूरदर्शिता की वजह से देश की जीडीपी लगातार रसातल में जा रही है और रुपये की कीमत लगातार गिर रही है।
यदि भाजपाइयों को वास्तव में जनता की चिंता है महगाई की चिंता है तो उन्हें चहिये की केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों ले और पूछे उनसे देश की बदहाल हो चुकी अर्थव्यबस्था कब सुधरेगी और कैसे सुधरेगी देश की जनता जो लगातार बढ़ती महगाई से परेशान हो रही है उन्हें राहत कब मिलेगी देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर के लगभग 2 लाख से ज्यादा लोग बेरोजगार हो गए है, उन्हें राहत कैसे मिलेगी उन्हें पूछना चाहिए मोदी जी से की देश के बेरोजगार युवा जो आज रोजगार पाने दर दर भटक रहे है उन्हें रोजगार कैसे मिलेगा उन्हें पूछना चहिये मोदी जी से रेलवे के निजीकरण से जो 10 लाख कर्मचारी बेरोजगार होने वाले है, उनका रोजगार कैसे बचेगा उन्हें पूछना चहिये मोदी जी से की बीएसएनएल के कर्मचारियों के ऊपर जो छटनी की तलवार लटकी है जिससे 3 लाख से ज्यादा कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे उन्हें राहत कैसे मिलेगी उनका घर कैसे चलेगा ।