संयंत्र के एसएलआरएम केन्द्र से रिसाईकिल कर ग्रेनुअल्स् की पहली खेप रवाना

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपने पर्यावरणीय प्रयासों को सुदृढ़ करते हुए नेवई में कचरा निष्पादन हेतु एसएलआरएम सेंटर की स्थापना की गई है। जिसके माध्यम से प्लास्टिक पॉलीथिन से ग्रेनुअल्स् तथा गीला कचरा से खाद बनाया जा रहा है। नगर सेवा विभाग के मुख्य महाप्रबंधक यू के झा, महाप्रबंधक नगर अभियांत्रिकी विभाग श्रीमती राधिका श्रीनिवासन तथा महाप्रबंधक (हार्टिकल्चर एवं जन स्वास्थ्य) डॉ जी के दुबे के मार्गदर्शन और जन स्वास्थ्य अधिकारी एवं सहायक महाप्रबंधक सुनील चौरसिया के नेतृत्व में संचालित इस एसएलआरएम केन्द्र से 7 जनवरी, 2022 को पहली बार 6 टन प्लास्टिक कचरे को रिसाईकिल कर ग्रेनुअल में बदलकर पहली खेप को रवाना किया गया।
विदित हो कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने नेवई में अपना एसएलआरएम केंद्र की स्थापना की है। इस केन्द्र का उद्घाटन दिनांक 24 दिसम्बर 2021 को भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एस के दुबे द्वारा किया गया था।
इस एसएलआरएम सेंटर में भिलाई शहर से प्रतिदिन निकलने वाले लगभग 38 ट्रेक्टर ट्राली के माध्यम से किये जा रहे डोर टू डोर कचरा संग्रह से प्राप्त गिला एवं सूखा कचरे को रिसाइकिल किया जाएगा। विभाग द्वारा श्रोत से ही छटाई हेतु व्यापक रूप से पैम्फलेट व घर घर संपर्क के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है
जिससे कि एसएलआरएम तक आने वाला कचरे की छटाई हो सके। इस एसएलआरएम सेंटर में प्लास्टिक पॉलीथिन को मशीनों द्वारा प्रोसेस कर ग्रेनुल बनाने का संयंत्र स्थापित किया गया है साथ ही गीले कचरे से खाद बनाने की सम्पूर्ण व्यवस्था है। इस एसएलआरएम सेंटर में प्रतिदिन लगभग 2 से 2.5 टन ग्रेनुअल्स् बनाने की क्षमता हैै।
इस हेतु लगभग 4 से 5 टन प्लास्टिक कचरे की जरुरत होगी।यह उल्लेखनीय है की जिस कचरे को हम फेंक देते है वही कचरा आज कई लोगों की आजीविका चला रहा है। कचरे के संग्रहण से लेकर कचरे के रिसाइकिल तक कई लोगों को रोजगार मिल रहा है।