छत्तीसगढ़

सुनाई पन्द्रह सौ महारों की 28 हजार विरोधियों पर विजय की शौर्यगाथा भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस पर कोसा नगर में हुआ कार्यक्रम का आयोजन

भिलाई। बौद्ध कल्याण समिति बुद्ध भूमि परिसर, कोसा नगर, भिलाई द्वारा एक जनवरी को भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि भंते जीवक थे। वहीं विशेष अतिथि में दिलीप वासनीकर आयुक्त विभागीय जांच छत्तीसगढ़ शासन, भारतीय बौद्ध महासभा सेक्टर 6 के अध्यक्ष नरेंद्र खोबरागड़े, डॉ उदय धाबरडे, ज्वाइंट डायरेक्टर सेक्टर 9 हॉस्पिटल, संजय शेन्दे रिटायर्ड जज,केएल अहिरवार रिटायर्ड जेल अधीक्षक, नेकराम रामटेके पूर्व अध्यक्ष बौद्ध कल्याण समिति कोसा नगर, कृष्णा नंदेश्वर सिरपुर और  रविंद्र गणवीर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बालेश्वर चौरे ने की।

कार्यक्रम की शुरुआत बुद्ध वंदना त्रिशरण पंचशील के साथ हुई तथा बाबासाहेब आंबेडकर और भगवान बुद्ध के प्रतिमाओं और चित्र  पर माल्यार्पण किया गया। आमंत्रित वक्ताओं ने महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में 1 जनवरी 1818 को 500 महार सैनिकों द्वारा 28000 लोगों को पराजित कर इतिहास रचने की घटना का उल्लेख करते हुए इन महार वीरों के शौर्य बलिदान और साहस से उपस्थित लोगों को रूबरू कराया।

दिलीप वासनीकर ने सभी लोगों को संगठित रहकर समाज के कार्यों में अपनी बराबर भागीदारी निभाने की सलाह दी। अध्यक्षीय उद्बोधन में बालेश्वर चौरे ने कोसा नगर में आगामी विकास कार्यों की रूपरेखा सभी के सामने रखी तथा उपस्थित लोगों को इस कार्यक्रम में आने हेतु  साधुवाद  दिया। कार्यक्रम का संचालन और मंचीय व्यवस्था सचिन फुले और नितेश सोनटेके बेहतरीन तरीके से किया।

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