छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

इस साल के स्वच्छ सर्वेक्षण में अव्वल आने अधिकारी और कर्मचारियों ने लिया प्रशिक्षण

भिलाई। भिलाई निगम क्षेत्र में स्वच्छ सर्वेक्षण के मापदंड के अनुरूप कार्य करने, विभिन्न माध्यमों से नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने सहित शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए निगम के सभागार में अधिकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 कुल 7500 अंकों की प्रतियोगिता के साथ आयोजित होगा। इसमें सर्विस लेवल प्रोग्राम के तहत 3000 अंक, वाटर प्लस के तहत 1000 अंक जीएफसी के तहत 1250 अंक एवं सिटीजन फीडबैक में 2250 अंक निर्धारित है।

स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में भिलाई निगम को उत्कृष्ट स्थान मिल सके इसके लिए पीएमयू हरीश ठाकुर ने निगम के अधिकारी/कर्मचारियों को केन्द्रीय शहरी आवास मंत्रालय की ओर से स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के अंतर्गत जारी टूलकिट गाइडलाइन पुस्तिका और ई-लर्निंग कोर्स के बारे में बताया। कार्यक्रम में निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे सहित निगम के अभियंता, स्वास्थ्य अधिकारी, जोन स्वास्थ्य अधिकारी, स्वच्छता निरीक्षक व पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में पावर पाइंट के माध्यम से टूलकिट के तहत स्वच्छता से संबंधित गाइडलाइन, लोगों से फीडबैक, सर्वेक्षण और डाक्यूमेंट से संबंधित कार्यों को पावर पॉइंट के माध्यम से प्रेजेंटेशन दिया।

कार्यक्रम में स्वच्छ सर्वेक्षण के सभी बिदुंओं पर निर्धारित अंक, कचरे का निष्पादन के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी गई। निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों को गाइडलाइन के मुताबिक फीडबैक, कचरों का पृथकीकरण, सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के निष्पादन के साथ ही हानिकारक कचरों के विनिष्टीकरण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यो को गंभीरता पूवर्क कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान सभागार में उपस्थित फील्ड के कर्मचारियों को सफाई कार्य का सतत मॉनिटरिंग और जन शिकायतो का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए गए। सामुदायिक शौचालय में लाईट, खिड़की, दरवाजे इत्यादि की बेहतर व्यवस्था बनाने, शौचालयों में पानी की व्यवस्था, निरंतर सफाई और हमेशा केयर टेकर रखने के निर्देश दिए गए।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की कार्यशाला में स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, कार्यपालन अभियंता संजय बागड़े  एवं डीके वर्मा सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
कचरे का निष्पादन बेहतर हो स्वच्छ सर्वेक्षण के मापदंडो के तहत सफाई कार्यो को संपादन के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में कचरे के निष्पादन को बेहतर तरीके से करने की जानकारी दी गई। व्यवसायिक क्षेत्रों में सभी ठेले, खोमचे में अनिवार्य रूप से डस्टबिन रखने, सूखा एवं गीला कचरे को पृथक रखने की जागरूकता, डोर टू डोर कचरा को सौ फीसदी करते हुए शहर से निकलने वाले कचरे का पृथकीकरण एवं घरो, होटल एवं रेस्टोरेंट में होम कम्पोष्ट पर फोकस करने कहा गया। बाजार क्षेत्रों में दो पालियों में सफाई, सड़क किनारे बिखरे हुए कचरे का उठाव, शौचालयों की नियमित सफाई, नालियों की बेहतर सफाई, रोस्टर बनाकर तालाबों की सफाई कराने कहा गया।

शहर के नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने पेंटिंग, रंगोली जैसे विभिन्न प्रतियोगिता व रहवासी क्षेत्रों में नुक्कड़ नाटक जैसे मनोरंजक कार्यक्रम किया जाने पर फोकस किया गया, साथ ही फील्ड के कर्मचारियों को बताया गया कि नागरिको का फीडबैक महत्पूर्ण भाग है जिससे अधिक से अधिक अंक अर्जित करने की जानकारी दी गई। स्वच्छता सर्वेक्षण की प्रतिस्पर्धा में होम और किचन कंपोष्ट को बढ़ावा दिया गया है। धार्मिक स्थल जैसे मंदिर, गुरूद्वारा, मजिस्द, गिरजाघरों से निकलने वाले फूलों से अगरबत्ती, इत्र, साबुन सहित अन्य उपयोगी सामान बनाने पर जोर देने की बात कही। समझाईश के बाद भी कचरा फैलाने वालों पर दण्डात्मक कार्यवाही करने के निर्देश टीम को दिया गया है।

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