ऊंच-नीच का भेद-भाव मिटाने गुरु घासीदास ने सामाजिक समरसता का दिया संदेश : रमेश सूर्या
रतनपुर : ग्राम करैहापारा में गुरु घासीदास जयंती धूमधाम से मनाई गई, इस दौरान कोटा विधायक रेणु जोगी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रही, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष रमेश सूर्या,कांग्रेस प्रवक्ता राजा रावत,मीडिया प्रभारी रवि रावत,नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम रात्रे,अल्पसंख्यक महामंत्री हकीम मोहम्मद,भाजपा महामंत्री रोहिणी बैशवाड़े सहित एल्डरमैन व पार्षद शामिल हुए यहाँ अतिथियों ने गुरु की पूजा अर्चना कर छेत्रवासियो के खुशहाली की कामना की, तत्पश्चात समाज के प्रमुखों व युवाओ ने अतिथियों का स्वागत किया । यह कार्यक्रम प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रतनपुर के करैहापारा हटरी चौक में 31 दिसंबर को किया गया, समारोह में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक स्थान से समाज के प्रमुख उपस्थित हुये, जिसमे पंथी नृत्य प्रस्तुत किया साथ ही छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक लोक कला मंच ने गुरु वंदना के साथ कार्यक्रम प्रस्तुत कर गुरु का संदेश दिया ।
गुरु घासीदास बाबा ने ऊंच-नीच के भेद भाव को मिटाने का दिया था संदेश : अध्यक्ष रमेश सूर्या
कांग्रेस के अध्यक्ष रमेश सूर्या ने लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु घासीदास जी का जब जन्म हुआ, उस समय समाज मे कुरीतिया,अंधविश्वास, अस्पृश्यता व्याप्त थी। गुरु घासीदास ने सत्य अहिंसा, मनखे-मनखे एक समान, अंधविश्वास, आडम्बर से दूर रहने,नशा पान नही करने का उपदेश दिया, ऊंच-नीच के भेद भाव मिटाने के लिए बाबा गुरु घासीदास जी ने सामाजिक समरसता का संदेश दिया, उनका संदेश आज भी प्रासंगिक है। दया करूणा, सत्य मार्ग पर चलने,नारी सम्मान एवं पशुओं से प्रेम करने कहा सतनाम के रास्ते पर चलने से जीवन मे कामयाबी मिलती है ।
गुरु ने मनखे-मनखे एक बरोबर की भावना को जन-जन तक पहुँचाया : राजा रावत
कांग्रेस ब्लॉक प्रवक्ता राजा रावत ने कहा कि गुरु घासीदास बाबा ने तत्कालीन समय में जब मानव-मानव मेंअसमानता की भावना थी, उस समय ‘मनखे-मनखे’ एक बरोबर की भावना को जन-जन तक पहुँचाने का काम किया, पंथी नृत्य के माध्यम से गुरु घासीदास के संदेशों को दूर-दूर तक पहुचाने का कार्य किया गया उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में सतनामी समाज करैहापारा से समाज के अध्यक्ष जितेंद्र पाटले,मेलाराम पाटले,संजय पाटले,जैता पाटले, लखन खंण्डे,भारत पाटले,रामनारायण,राजेन्द्र पाटले, काशी पाटले,धनीराम खंण्डे,रज्जु मिरी,छोटेलाल पाटले सहित समस्त सतनामी समाज रतनपुर उपस्थित रहा ।