परमेश्वर की भजन भक्ति कीर्तन और पूर्व जन्म में किए गए कार्योँ के कारण मिलता है मनुष्य जीवन-पं.प्रदीप मिश्रा
भिलाई। अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी महाराज का सेक्टर 7 स्थित दशहरा मैदान में शिव महापुराण कथा वाचन पिछले 27 दिसंबर से लगातार चल रहा है जो आगामी 2 जनवरी तक चलेगा। महाराज पं. प्रदीप मिश्रा के इस कथा वाचन कार्यक्र में जैसे जैसे लोगों को पता चलता जा रही है वैसे वैसे यहां प्रतिदिन रसापान के लिए भक्तों की भीड़ बढते ही जा रही है। गुरूवार 30 दिसंबर को चौथे दिन कथा पुराण में मुख्य जजमान के रूप में बोल बम सेवा समिति के अध्यक्ष खुर्सीपार के पार्षद दया सिंह, विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संतोष गोलछा, छत्तीसगढ़ के गौ पुत्र उमेश बिसेन मुख्य रूप सेअतिथि थे।
महाराज पं. प्रदीप मिश्रा ने गुरूवार 30 दिसंबर को अपने अमृत वचनों से जो कथा सुनाएं हैं जो उपदेश दिए हैं वह बहुत ही महत्वपूर्ण है। पंडित जी ने कहा है मनुष्य जीवन 2 ही कारण से प्राप्त होते हैं एक तो परमेश्वर की भजन भक्ति कीर्तन करने के लिए और दूसरा हमारे द्वारा पूर्व जन्म में जो किए गए फल को भोगने के लिए होता है। मानव का शरीर मिलना बहुत ही कठिन है और उससे ज्यादा परमेश्वर की भक्ति कर पाना यह मनुष्य जिस शिव भगवान का स्मरण करते हैं, पूजन करते हैं, भक्ति में डूबे रहते हैं, उस शिव भगवान का मातृ स्पर्श से एक योनि से छुटकारा मिल जाता है मातृ स्पर्श से ही एक योनि से छुटकारा मिल जाता है।
यह जन्म मरण का चक्र 84 लाख का होता युनियो का होता है सिर्फ शिव महापुराण से ही कथा से ही हमें कई यूनियो से मुक्ति मिल जाती है। कभी मौका मिले लिंग पुराण,नर्मदा का और ब्रह्मांड पुराण का स्मरण कीजिएगा। इन सभी पुराणों में बताया गया है आप शिव लिंग में शंकर भगवान ने एक लोटा पानी चढ़ाते हैं उसका क्या फल प्राप्त होता है, एक लोटा पानी का फल कितना प्रबल है यह शिव ही जानते हैं पंडित जी ने कथा में बहुत अच्छी बात बताई।
यह सारी व्यवस्थाओं को बनाने के लिए बजरंग दल के प्रांत संयोजक भाई रतन यादव अपने पूरे बजरंगी साथियों को कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दे दी है। माँ कामाख्या समिति के सभी सदस्य हर परिस्थिति में कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाने के लिए सतत प्रयास कर रहे हैं। यह सारी व्यवस्था को बनाने में रुक्मणी बलराम, इंदु लाल साहू, टुमन वर्मा, प्रशांत सिंह, अमोल, शैलेश, गौरव, किरण, अवकाश, नरेश, धनुष साहू, अनिल, सरोज, धर्मेंद्र, अर्चना, मंजु, मालती, लक्ष्मी, पूनम एवं बजरंग दल के विशाल ताम्रकार, रवि निगम, कमल साव, ज्योति शर्मा सहित सभी कार्यकर्तागण कामाख्या समिति के सभी कार्यकर्ता गण व्यवस्था बनाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दिए हैं।