यज्ञचार्य आचार्य अमित मिश्रा के सानिध्य में चल रहा रूद्र महायज्ञ एवं संगीत में श्रीमद् भागवत कथा

जांजगीर चांपा -श्रीमद् भागवत कथा का तीसरा दिन श्री धाम वृंदावन से पहुंचे भागवताचार्य श्री दयाराम दास जी महाराज के मुखारविंद से ज्ञान गंगा प्रवाहित हो रही है जिसमें महाराज जी ने बताया भागवत मन की शुद्धि और जीव के परम कल्याण का एक दिव्य साधन है जो कलिकाल में सौभाग्यशाली जीवो को प्राप्त होता है भागवत कथा सुनने मात्र से जीव भगवत कृपा से ओतप्रोत होकर साईं धाम को प्राप्त करता है भगवान का सत्संग बड़ा ही अनमोल है भागवत में ध्रुव जी महाराज ने भगवान का दर्शन पाने के बाद भगवान से संतों का दर्शन और सत्संग मिलता रहे यही ध्रुव जी ने भागवत में मांगा इसलिए जीवन का सार्थकता हमको सत्संग से भगवान की कथा से ही प्राप्त होता है बड़े-बड़े महापुरुष जिन कथाओं को अपने जीवन में निरंतर पान करने की लालसा बनाए रखते हैं कथा सुनने की इच्छा बनाए रखते हैं इसी प्रकार से सभी जीवो को भागवत कथा सुनना परम कल्याणकारी है भगवान माया भी देते हैं और भक्ति भी देते हैं जीव दोनों में से चाहे जो ले जाए भगवान सब पर कृपा बरसाते हैं इसलिए भागवत सबका मंगल करने वाली है सबका परम कल्याण करने वाली है कथा अवश्य में श्रवण करना चाहिए कथा के अंत में सभी भक्तों को बताया कि यज्ञ आचार्य आचार्य अमित मिश्रा जी हमेशा ही धर्म यज्ञ के कार्यों में लगे रहते हैं वाह निरंतर धर्म पताका लेकर के निरंतर हर वर्ष भागवत एवं यज्ञ विभिन्न क्षेत्रों में कराया ते रहते हैं आचार्य जी कभी भी निराश नहीं होते हैं चाहे कितनी भी परेशानी क्यों ना सामना करना पड़े कथा के चलते चलते में ही मौसम अचानक बिगड़ा और खूब बारिश भी हुई बारिश होने के कारण कथा को शाम 6:30 बजे विश्राम करना पड़ा और सभी भक्तों से आग्रह किया कि कल ठीक 3:00 बजे से 7:30 बजे तक निरंतर चलेगा और यज्ञशाला की हवन आहुति बनारस हरिद्वार वृंदावन से पहुंचे विद्वानों ब्राह्मणों द्वारा सुबह 8:00 बजे से 1:00 बजे तक चलेगा और शाम 4:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक का प्रति दिन हवन होगा जिसमें सभी श्रद्धालु इस महान आयोजन में सम्मिलित होकर के अपने जीवन को कृतार्थ करें इसी बीच कथा श्रवण करने पहुंचे सरपंच पति ग्राम कन्हाईबंद से पूछे रजनीकांत तिवारी जी गोधना से शिव साहू जी एवं बिलासपुर से पहुंचे संजय तिवारी जी भागवत मंच से सरपंच पति रजनीकांत की तिवारी जी का हमारे यज्ञचार्य आचार्य अमित मिश्रा जी ने शाल श्रीफल फूल माला पहनाकर सभी का सम्मान किया सम्मान किया इसी अपने वाक्यों के साथ में भागवत का विश्राम किया