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*नांदघाट पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, गनियारी में चार महीने पूर्व मिली अज्ञात युवती की अधजली लाश की गुत्थी सुलझी, शादीशुदा आरोपी हुआ गिरफ्तार*

*बेमेतरा:-* ज़िला पुलिस की टीम को चार महीने की कड़ी जांच एवं लगातार पतासाजी के बाद एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है। जिसमे आज से चार महीने पूर्व में ज़िला के नांदघाट थाना अंतर्गत ग्राम गनियारी के खार में संदिग्ध रूप से मिली अधजली व अज्ञात लड़की की लाश की पहचान मिलने के साथ आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। जिसका खुलासा ज़िला एसपी धर्मेंद्र सिह छवई ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम की है।

 

जानकारी के मुताबिक घटना में हत्या का मुख्य कारण प्रेमप्रसंग एवं शादी को बताया जा रहा है। जिसमें पूर्व से शादीशुदा आरोपी ने पत्नी बनाकर घर से ले जाने के बाद घर मे सामंजस्य न बन पाने पर शादीशुदा का हवाला देते हुए न मानने पर मृतका को मौत के घाट उतार शव को जलाकर फेंक दिया। जिसे अगले दिन घटनास्थल गनियारी में खार में स्थानीय दुर्गेश साहू ने सुबह सुबह गांव के ही पँचराम के खेत सामने रोड में अधजली लाश देखने पर ग्राम कोटवार व पुलिस को सूचना दी। जिसमे रामबिहारी साहू द्वारा नांदघाट थाने में अपराध क्रमांक 286/2021 में 302, 201 के तहत रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।जिसमें जांच में लगी पुलिस की टीम को एसपी धर्मेंद्र सिह छवई, एडिशनल एसपी-पंकज पटेल के दिशानिर्देश व थाना प्रभारी विपिन रँगारी के द्वारा बड़ी सफलता मिली है।

 

 

*सन्दिग्ध होने पर पुलिस की पूछताछ में कबूला जुर्म*

दरअसल घटना के बाद से ही मुंगेली ज़िला के पथरिया थाना इलाके के ग्राम गंगधारी की करीब 18 वर्षीय मृतिका माधुरी राजपूत पिता मुनई राम राजूपत अपने घर से लापता थी। जिसमे मृतका के परिजनों ने मुंगेली ज़िला के ही सरगांव थाना इलाके के ग्राम सांवा के रहवासी आरोपी अमलेश राजपूत उनकी पुत्री को पत्नी बनाकर रखने घर से ले गया था, जिसके बाद दोनों का कोई अता-पता नही था। इस दरम्यान चार महीने तक मृतका के घर वाले आरोपी के घर वाले से पूछताछ करते तो उन्हें खाने कमाने चले गए है बताया जाता। जिससे कभी परिजनों को अंदाजा भी नही हो पाया। चूंकि पुलिस की टीम इस मामले में आरोपी अमलेश के गांव सांवा पहुंची तो आरोपी के मिलने पर कड़ी पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की।जिसके बाद हत्याकांड के उजागर होते ही मामला पूरी तरह स्पष्ट हो गया।

 

*घटना को इस तरह दिया अंजाम*

आरोपी अमलेश सिंह के मुताबिक वह मृतिका माधुरी को पत्नी बनाकर घर ला तो लिया था किंतु परिजनों के स्वीकार न करने पर उसे कुछ दिन दुकान वाले मकान में रखा। जिसके बाद मृतका ने पत्नी का पूरा अधिकार दो करके जीद में अड़ जाने के बाद वाद शादीशुदा होते हुए बाल बच्चा का वास्ता देकर न रख पाने की बात कही।अंततः मृतका के न मानने पर उन्हें जान से मारने की।योजना बनाई जिसमे निकटवर्ती बेमेतरा ज़िला के नवागढ़ थाना इलाके के ग्राम कामता निवासी करन वर्मा के 28 वर्षीय पुत्र भुनेश्वर वर्मा को शामिल कर विगत चार माह पूर्व 12 अक्टूबर की सुबह पांच बजे मृतका को नीद अवस्था मे तकिए से मुंह नाक बंद कर ह्त्या किया। ततपश्चात लाश व अन्य सामान को प्लास्टिक की बारी में भरकर मोटरसाइकिल से निकटवर्ती ग्राम गनियारी के सुनसान खार में पहचान छिपाने आग से जलाकर फेंक दिया। जिसके बाद अगले दिन सुबह लाश मिलने से हड़कम्प मची।

 

*घटना में प्रयुक्त सामानों को बरामद कर आरोपी को भेजा गया जेल*

फिलहाल इस मामले में दोनों आरोपीगण अमलेश सिह और भुनेश्वर वर्मा के पास से हत्या के दौरान उपयोग की गयी सामानों में एक नग कपड़ा युक्त तकिया, मोटरसाइकिल, प्लास्टिक बोतल को निशानदेही पर जब्त किया। वही प्रकरण में दोनों आरोपी अमलेश सिह राजपूत और भुवनेश्वर वर्मा पर आपराधिक षड्यंत्र रचते हुए मृतिका की हत्या कर पहचान को छिपाने हेतु ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल डालकर आग से जलाने पर धारा 120(बी) व 34 भादवि के तहत जोड़ा गया।जिसके पश्चात दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर विगत 22 दिसम्बर को न्यायायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

 

*गुत्थी सुलझाने में रही इन अफसरो व पुलिसकर्मियों की भूमिका*

बरहहाल कार्यवाही में नांदघाट पुलिस थाना के प्रभारी-विपिन रँगारी, एएसआई-अरविंद शर्मा, प्रधान आरक्षक-गोपाल ध्रुव, मोहित चेलक, आरक्षक- विनोद पात्रे, इंद्रजीत पांडेय, कविराज सिह, चेतन वैष्णव, प्रताप यादव, आकाश राजपूत, धनंजय सिंह, संजय भगत, सुरेश साहू, रुपेन्द्र राजपूत, संजूनाथ योगी एवं अन्य पुलिसकर्मियों की सराहनीय योगदान रहा।

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