शोर थमने के बाद कमजोर लग रहे वार्डों में कांग्रेस-भाजपा ने लगाया जोर
भिलाई। आधी रात को चुनावी शोर थम जाने के बाद आज सुबह नतीजे के लिहाज से कमजोर लग रहे वार्डों में कांग्रेस और भाजपा संगठन ने फिर से जोर लगा दिया है। प्रत्याशियों के साथ समर्थकों की टीम पुन: घर -घर दस्तक देकर डेमेज कंट्रोल में लग गई है।
इस दौरान मतदान से पहले एक-दूसरे को पछाडऩे कूटनीति का सहारा लिया जा रहा है। भिलाई, रिसाली और भिलाई-चरोदा नगर निगम सहित जामुल नगर पालिका चुनाव में कल मतदान होना है। इससे पहले आज कांग्रेस-भाजपा सहित चुनाव में निर्दलीय खड़े प्रत्याशियों ने डोर टू डोर जनसंपर्क कर नतीजे को अपने पक्ष में लाने अंतिम जोर लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ा। इस दौरान मतदाताओं की नाराजगी को भांपकर उसे दूर करने के लिए भी प्रयास चलता रहा। बिना किसी शोर गुल के राष्ट्रीय पार्टी के संगठन से जुड़े नेता भी अपने प्रत्याशियों के पक्ष में जनसमर्थन की कोशिश में लगे रहे।
निर्वाचन आयोग ने इस बार के चुनाव में 18 दिसम्बर की रात 12 बजे तक रैली निकालकर शोर गुल के साथ प्रचार करने की अनुमति दी थी। कांग्रेस और भाजपा सहित निर्दलियों ने इसका भरपूर फायदा उठाया। आधी रात को शोर गुल थमने के बाद चुनाव संचालकों की टीम ने अपने-अपने प्रत्याशियों और उनके साथ पूरे समय प्रचार में मौजूद रहे संगठन के पदाधिकारियों और समर्थकों से उनकी स्थिति की जानकारी लेकर समीक्षा की। इसके बाद जहां-जहां से मतदाताओं का रुझान नकारात्मक मिला है ऐसे वार्ड और मोहल्ले में नई रणनीति के साथ अंतिम जोर लगाने का निर्देश दिया गया।
पार्टी संगठन के पदाधिकारियों और चुनाव संचालकों से मिले फीड बैक को अमलीजामा पहनाने कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी डोर टू डोर जनसंपर्क कर कूटनीति का सहारा लेते हुए विरोधियों को साधने में लगे रहे।
मोहल्लों में जाकर मतदाताओं की बैठक लेने का सिलसिला भी दोपहर बाद शुरू कर दिया गयाष वार्ड में लोकप्रिय और सम्मानित नागरिकों को चिन्हित कर अपने पक्ष में मतदाताओं से मतदान कराने के लिए भी प्रत्याशियों की कोशिश जारी रही। वार्ड से बाहर रहने वाले मतदाताओं को चिन्हित कर प्रत्याशी और उनके समर्थक फोन लगाकर पक्ष में मतदान के लिए पहुंचने का आग्रह करते रहे।