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ज्ञान, भक्ति और कर्मयोग का समुच्चय है भगवत गीता-डाक्टर तिवारी


लोरमी-महंत जगन्नाथ दास शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लोरमी मे गीता जयंती एवं श्रद्धान्जलि का कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंडित रामाप्रसाद शर्मा,अध्यक्ष प्राचार्य अरूण जायसवाल व मुख्य वक्ता डाक्टर सत्यनारायण तिवारी तथा संयोजक व्याख्याता प्रवीण शर्मा जी थे।कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान श्री कृष्ण, भगवत गीता पूजन तथा जनरल विपिन रावत, पूर्व व्याख्याता स्वर्गीय अरूण गुप्ता,अश्वनी त्रिपाठी,पंडित गणेशप्रसाद द्विवेदी तथा जम्मू-कश्मीर मे शहीद सैनिको को पुष्प अर्पित कर किया गया।मुख्य वक्ता डाक्टर सत्यनारायण तिवारी ने भगवत गीता को कर्मयोग, भक्तियोग, तथा ज्ञानयोग का समुच्चय बतलाया। उन्होने जनरल विपिन रावत, मधुलिका रावत, स्वर्गीय अरूण गुप्ता सहित समस्त शहीदो एवं मृतको को श्रद्धान्जलि अर्पित करते हुए सभी को भगवत गीता को जीवंत जीनेवाला महान सैनिक तथा राष्ट्रभक्त कहा। डाक्टर तिवारी ने योगेश्वर श्रीकृष्ण के भगवत गीता संदेश और उपदेश को हमारे दैनिक, सार्वजनिक तथा सामाजिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बतलाया।पंडित रामाप्रसाद प्रसाद शर्मा ने कर्मयोग व कर्मफल कि विशद व्याख्या की।प्राचार्य अरूण कुमार जायसवाल ने भगवत गीता को विश्व की अलौकिक कृति बतलाते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की।कार्यक्रम मे स्वामी आत्मानंद विद्यालय, सरस्वती शिशु मंदिर के छात्राओ ने विविध तरीके से भगवत गीता का गायन वाचन तथा प्रस्तुति दी।स्वर्गीय अरूण कुमार गुप्ता की धर्मपत्नी श्रीमती सुभाषिनी गुप्ता, पुत्र कुलभुषण गुप्ता,आनंदगुप्ता ने भी संबोधित किया।संचालन तथा आभार प्रदर्शन प्रवीण शर्मा जी ने किया।पंडित चन्दूलाल तिवारी समग्र मानव सेवा केन्द्र लोरमी द्वारा भगवत गीता की पुस्तक वितरित किया गया।

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