खूंटाघाट डैम से बाहर आया मगरमच्छ, वन विभाग की उदासीनता के कारण खतरे में ग्रामीण
बिलासपुर। रतनपुर वन परिक्षेत्र के खूंटाघाट जलाशय में बड़ी संख्या में मगरमच्छ को आसपास के इलाके से पकड़कर छोड़ा गया है। लेकिन अब ये मगरमच्छ जलाशय से निकलकर सड़कों पर घूम रहे हैं। मेलनाडी गांव में भी एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब खूंटाघाट जलाशय से एक मगरमच्छ सड़क पर आ गया। मगरमच्छ को दोबारा पकड़ने के लिए गांववालों ने वन विभाग को सूचना दी। उसके बाद भी मौके पर कोई नहीं आया। गांववालों ने वन विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जताई है।
गांव के एक युवक ने यह भी बताया कि वन विभाग की उदासीनता के कारण गांव में मगरमच्छ किसी को अपना शिकार बना सकता है और यदि मगरमच्छ ने हमला किया तो जानमाल का नुकसान होगा। इधर, गांव के पास मगरमच्छ के आ जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वहीं, वन विभाग भी मगरमच्छों को पकड़ने में दिलचस्पी नहीं दिख रहा, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
गौरतलब है कि खूंटाघाट डैम में बड़ी संख्या में मगरमच्छ को आसपास के गांवो से पकड़कर छोड़ दिया गया है। एक दिसंबर को भी एक गांव से तीन मगरमच्छों को पकड़ा गया था, जिसे बाद में वन विभाग ने खूंटाघाट डैम में छोड़ दिया। दूसरी ओर, जांजगीर-चांपा जिले के कोटमीसोनार गांव में मगरमच्छ पार्क बनाया गया है। लेकिन मगरमच्छों को वहां ले जाने वन विभाग जहमत नहीं उठाना चाहता।