कांग्रेस और भाजपा दोनो पार्टियों को सता रहा है बगावत का डर
भिलाई। आगामी 20 दिसंबर को रहे भिलाई,भिलाई तीन, रिसाली निगम और जामुल पालिका के चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनो पार्टियों को टिकिट बितरण में बगातव का डर सताने लगा है। एक ओर जहां हाई प्रोफाईल जिला होने के कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और $गहमंत्री ताम्रध्वज साहू, पीएचई मंत्री गुरू रूद्र कुमार की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है चुनाव प्रभारी और स्थानीय बड़े नेता इसको ध्यान में रखते हुए
गंभीर चिंतन और मंथन में लगे हुए है। इन सबके बीच सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि कुछ प्रत्याशियों के नाम कांग्रेस ने फायनल कर दिया है, कांग्रेस की सूची 1 दिसंबर को आने की संभावना जताई जा रही है।
ठीक इसके उलट भाजपा में टिकिट को लेकर माथा पच्ची चल रही है। चार गुटों में बंटी भाजपा के प्रत्याशियों में ये लगातार संशय की स्थिति बनी हुई हैं कि गुटबाजी के कारण कही उनकी टिकिट कट मत जाये इसलिए पार्षद पद का चुनाव लडने के इच्छुक प्रत्याशी अपने अपने आकाओं के पास टिकिट पाने के लिए भारी जुगत लगा रहे है।
वहीं दावेदार भी शक्ति प्रदर्शन और अपनी पहुंच दिखाकर नाम फाइनल कराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। एक दिसंबर से कांग्रेस पार्टी में यह घमासान थम सकता है। ऐसा कहा जा रहा है कांग्रेस 1 दिसंबर से प्रत्याशियों के नाम की लिस्ट जारी करना शुरू कर देगी। वहीं बीजेपी में अभी बैठकों का दौर जारी है। वह अपनी लिस्ट कांग्रेस के बाद ही जारी करेगी।
कांग्रेस पार्टी से जिले के प्रभारी मंत्री और चुनाव प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर, गिरीश देवांगन सहति गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने दावेदारों से आवेदन लेकर उनके बारे में मंथन कर लिया है। इसके बाद दावेदारों की लिस्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज दी गई है। दावेदारों के नाम फाइनल करने को लेकर कल 30 नवंबर को रायपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक है। यहां से प्रत्याशियों के नाम तय होने के बाद उसकी लिस्ट एक दिसंबर को जारी की जा सकती है।
रिसाली में सबसे अधिक दावेदार
रविवार को रिसाली और भिलाई 3 चरौदा नगर निगम के लिए प्रत्याशियों से आवेदन लेकर उनके नाम पर मंथन किया गया है। यहां 40-40 वार्डों के दावेदारों ने अपने नाम का आवेदन मंत्री मो. अकबर, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और मंत्री गुरु रुद्र कुमार को दिया। तीनों नगर निगम में रिसाली निगम के 40 वार्डों के लिए सबसे अधिक 266 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश की है।
दिख रही बगावत की सुगबुगाहट
एक तरफ जहां दोनो पार्टियां दावेदारों के नाम फाइनल करने में माथा पच्ची कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के दावेदार बगावत का मन भी बना रहे हैं। कुछ दावेदारों का कहना है कि इतने साल वह चुपचाप पार्टी के लिए काम करते रहे। यदि इस बार उन्हें मौका नहीं मिला तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। यदि ऐसा हुआ तो जिस भी पार्टी से कोई धड़ा अलग हुआ उसे उस वार्ड में नुकसान हो सकता है।