न्याय के तीन बछर : बढता कबीरधाम Three calves of justice: growing Kabirdham
न्याय के तीन बछर : बढता कबीरधाम
तीन बछर में 30 नए सहकारी समिति और 14 नए धान केन्द्रों की मिली सुविधाएं
सहकारी समिति 60 से बढ़कर 90 और धान खरीदी केन्द्र 86 से बढ़कर 100 हुए
कैबिनेट मंत्री श्री अकबर ने इस वर्ष 6 धान खरीदी बढ़ाकर शतक पूरे किए
किसानों को मिली सुविधाएं, परिवहन लागत कम हुए, किसानों की आय बढ़ी
धान खरीदी की सुविधा बढ़ने के मामले में कबीरधाम अव्वल
कवर्धा, 29 नवबंर 2021। सामान्यतः न्याय उन विशेष नैतिक मूल्यों का नाम है जो स्पष्ट रूप से मानव कल्याण के हित में हो। प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के किसानों, युवाओ वनवासियों सहित सभी वर्गों के आर्थिक,सामाजिक जीवन में बदलाव लाने के लिए न्याय से जुड़े अनेक योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है। प्रदेश सहित कबीरधाम जिले में भी किसानों को उनके आर्थिक और सामाजिक उत्थान की दिशा में हुए अनेक कार्यां देखा और महसूस किया जा सकता है। किसानों के हित और उनके कल्याण के क्षेत्र में हुए उल्लेखनीय कार्यों में शामिल है कृषि और सहकारिता।
कबीरधाम जिले में कृषि और सहकारिता के क्षेत्र में कबीरधाम जिले में पिछले तीन बछर में किसानों के हित और उनके कल्याण क्षेत्र में अमूलचुक बदलाव आया है। राज्य सरकार की गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ पंच लाईन को साकार करते हुए कबीरधाम जिला प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।
आगामी एक दिसम्बर से पूरे प्रदेश में एक साथ धान खरीदी की शुरूआत हो रही है। धान खरीदी प्रदेश सरकार की प्राथमिकता वाली सबसे बड़ी योजनाओं में शामिल है। प्रदेश सहित कबीरधाम जिले में धान खरीदी के लिए होने वाले सभी प्राथमिक तैयारियां भी पूरी कर ली गई है। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में जिले के किसानों को पिछले साल की तुलना में इस वर्ष 6 नए धान खरीदी केन्द्रों की सुविधाएं मिलने जा रही है।
राज्य शासन द्वारा कबीरधाम जिले में किसानों के उनकी समस्याओं के निदान करते हुए उनके लिए लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। किसानो को धान बिक्री करने में समस्याएं ना हो इसके लिए पिछले तीन साल में 30 नए प्राथमिक कृषि शाख समितियां बनाई गई है। इन समितियों में 14 नए धान खरीदी केन्द्रों की सुविधाएं बढ़ाई गई। पिछले आकड़ों पर बात करें तो कबीरधाम जिले में वर्ष 2019-20 में महज 60 समितियां थी। धान खरीदी केन्द्रां की संख्या सिर्फ 86 थी। इसके बाद जिले में लगातार किसानों को न्याय मिलना शुरू हुए। वर्ष 2020-21 में सहकारी समितियां 60 से बढ़कर 90 हुई। कुल 30 नए प्राथमिक कृषि शाख समितियां की सुविधाएं मिली। इसी तरह धान खरीदी केन्द्रो की संख्या 86 से बढ़कर 94 हुई। कुल 7 नए धान खरीदी केन्द्र बढे। किसानों का मिलने वाली यह सुविधाएं इस वर्ष 2021-22 में भी जारी रहा। कैबिनेट मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के विशेष प्रयासों से कबीरधाम जिले में 6 नए धान खरीदी केन्द्रां को खोलने के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। खरीफ विवरण वर्ष 2021-22 में जिले में धान खरीदी केन्द्रों की संख्या 94 से बढ़कर अब पूरे शतक हुए हो गए है।
कबीरधाम जिले में धान खरीदी केन्द्रों की संख्या शतक पूरे होते ही अब यहां के किसानों की आय और कृषि लागत में कमी देखी जाएगी। जिले में धान खरीदी केन्द्र पास-पास खुलने से किसानों को परिवहन की सुविधाएं मिलेगी। किसानों द्वारा धान के परिवहन के लिए उपयोग में लाए जाने वाले अमूमन टैक्ट्रर, छोटा हाथी, पीकप सहित अन्य परिवहन का किराया भाड़ा बचेगा। इससे किसानों के कृषि लागत में कमी आएगी। किसानों के चेब में पैसे बचेंगे। किसानों के इससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव देखा जाएगा। किसानों के चेहरे में मुस्कार और उनके आर्थिक तथा सामाजिक उत्थान को महसूस भी किया जा सकेंगा।
बॉक्स-
कबीरधाम जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान खरीदी के लिए 100 धान उपार्जन केन्द्र होंगे
कबीरधाम जिल में धान उपार्जान केन्द्रों की संख्या- 100
कुल पंजीकृत किसानों की संख्या- 114371
कुल पंजीकृत करबा – 112395 हैक्टेयर,
पिछले वर्ष की तुलना में धान का रकबा में बढौतरी का प्रतिशत 1.95 प्रतिशत
प्राथमिक कृषि शाख समिति एवं धान खरीदी केन्द्रों की संख्या वर्षवार
2019-20 में समिति 60, धान खरीदी केन्द्र 86
2020-21 में समिति 90, धान खरीदी केन्द्र 94
2021-22 में समिति 90, धान खरीदी केन्द्र 100