*राज्य सरकार की धान खरीदी की गलत नीतियों का खामियाजा भुगत रहे किसान – योगेश तिवारी*
*(किसान नेता ने 100 प्रतिशत सरकारी बारदाना में खरीदी करने और बीते साल के बाद आना का भुगतान करने की रखी मांग, मांगों को लेकर किसान नेता के नेतृत्व में क्षेत्र के किसान 1 दिसंबर को कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन)*
बेमेतरा:- धान खरीदी शुरू होने में महज 4 दिन शेष है । 15 प्रतिशत बारदाना किसानों से लिए जाने की सरकारी घोषणा के बाद किसान बारदाना की व्यवस्था में जुट गए है। वही कई स्थानीय व्यापारियों द्वारा बड़े पैमाने पर बारदाना का भंडारण किया गया है। उल्लेखनीय है कि बीते खरीदी सत्र में खरीदी को लेकर बारदाना की मारामारी थी। बारदाना संकट के कारण कई बार खरीदी बंद करनी पड़ी है। इसलिए टोकन लेने के लिए किसान खरीदी केंद्रों में रात भर लाइन में लग रहे हैं। क्योकि बीते तीन वर्षों से खरीदी के दौरान हमेशा बारदाना संकट रहा। इस सम्बंध में किसान नेता योगेश तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसान हितैषी होने के बड़े बड़े दावे करती है। लेकिन धरातल पर परिस्थितिया विपरीत है। आलम यह है कि टोकन रहने के बावजूद, बारदाना संकट के कारण कई दिन रतजगा करना पड़ा था। बावजूद सरकार इस बार भी बारदाना की समुचित व्यवस्था करने में नाकाम रही है।
*15 प्रतिशत बारदाना किसानों से लिए जाने का विरोध*
किसान नेता ने बताया कि भीम्भौरी समिति के किसानों ने सरकार के 15 प्रतिशत बारदाना किसानों से लिए जाने का विरोध किया है। इस सम्बंध में बैठक ली गई, जिसमे 100 प्रतिशत सरकारी बारदाना में खरीदी किए जाने की मांग की गई है। अन्यथा समिति के किसानों ने धान नही बेचने का निर्णय लिया है। सरकार के इस निर्णय का किसान पुरजोर विरोध कर रहे हैं।
*सैकड़ों किसानों को बीते साल के बाद आने का अब तक नहीं हुआ भुगतान*
किरितपुर समिति के किसान श्रीराम, दिलीप साहू, मुकेश साहू, गया साहू, तीरथ साहू, गोविंद साहू, गंगाप्रसाद, मनहरण साहू, नीलकंठ, गीतराम, चिंताराम, मनोज, माधोराम, हीरासिंग, आन्दू के कृषक रूपउ, देवराम, शिवकुमार, छोटूराम, देवचरण, शत्रुहन, समेराम, डलेश, कुंती, ईश्वर, सुखीराम, द्वारिका, ललित, हेमसिंग, बुदधू राम समेत क्षेत्र के सैकड़ो किसानों को बीते साल के बारदाना का अब तक भुगतान नही हुआ है, जबकि नोडल अधिकारी सभी किसानों को भुगतान होने का दावा कर रहे हैं।