छत्तीसगढ़

रेडी टू ईट का काम महिला समूहों से छिनना, महिला विरोधी निर्णय – अश्वनी यदु Ready-to-eat work snatched from women’s groups, anti-women decision – Ashwani Yadu

रेडी टू ईट का काम महिला समूहों से छिनना, महिला विरोधी निर्णय – अश्वनी यदु

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की सुप्रीमो कोटा विधायक डॉ रेणु जोगी ने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा प्रदेश में रेडी टू ईट पोषण आहार का कार्य छत्तीसगढ़ की महिला स्व सहायता समूहो से छिनकर छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम एवं कृषि विकास निगम को दिए जाने के निर्णय महिला विरोधी निर्णय बताते हुए कहा छत्तीसगढ़ में विगत कई वर्षों से रेडी टू ईट बनाने और वितरण करने का काम

 

 

छत्तीसगढ़ की महिला स्व सहायता समूहों से जुड़ी प्रदेश की 20,000 से भी अधिक महिलाएं काम कर रही है। परंतु सरकार के द्वारा एकाएक इसको अब परिवर्तन कर छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम एवं कृषि विकास निगम को सौंपा जा रहा है जो कि महिलाओं के साथ घोर अन्याय है और उनको आर्थिक रूप से कमजोर करने वाला कदम है।

श्रीमती रेणु जोगी ने कहा हम जिस प्रदेश में रहते है, वह देश का पहला राज्य है जिसे महतारी (मां) से सम्बोधित किया जाता है। उस प्रदेश की महिलाओं को सशक्त किए बिना नवा छत्तीसगढ़ नहीं गढ़ा जा सकता है। उन्होंने कहा सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ की माताओं बहनों से काम छिनकर उन्हें बेरोजगार करने और आर्थिक रुप से कमजोर करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए और पूर्व की भांति रेडी टू ईट कार्य में महिला स्व सहायता समूहों की भागीदारी ही सुनिश्चित की जानी चाहिए।वहीँ अजित जोगी युवा मोर्चा के कवर्धा जिला अध्यक्ष अश्वनी यदु ने कहा की इस तरह का निर्णय निश्चित ही जन विरोधी है, महिला समूह को रेडी टू ईट के माध्यम से रोजगार आसानी से मिल रही थी लगभग हर गांव में महिलाएं अपने परिवार का पालन पोषण करने में सहयोग कर रही थी मगर इस निर्णय से काफ़ी घरों का रोजगार छीन जायेगा हम सरकार से इस निर्णय को वापिस करने की मांग करते हैँ

Related Articles

Back to top button