छत्तीसगढ़

ऑनलाईन शॉपिग साईट से मंगाए गए हथियारों को जप्त करने की मांग

० धारदार हथियारों से अपराधिक घटनाओं को दिया जा रहा अंजाम
० शहर सहित जिले की शांति व्यवस्था के लिए खतरा बताया
० एसपी डी. श्रवण ने कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया

राजनांदगांव / हिन्दू युवा मंच जिला इकाई ने कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा और जिले के पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण से भेंटकर ऑनलाईन शॉपिंग साईट के माध्यम से धारदार हथियारों को घर पर मँगाने और छुपाकर रखने वाले व्यक्तियों की सूची निकाल कर जिले की शांति व्यवस्था बनाये रखने उनके हथियारों को जब्त करने की मांग की है। कलेक्टर और एसपी को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से हिन्दू युवा मंच ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए उक्त हथियारों को जब्त करना भी निहायती जरूरी बताया है।

उक्ताशय की जानकारी देते हुए हिन्दू युवा मंच के जिलाध्यक्ष किशोर माहेश्वरी, शहर अध्यक्ष सुरेश लोहमार और शहर सह-संयोजक अभिषेक शर्मा ने बताया कि, ऑनलाईन शॉपिंग साईट के माध्यम से अब हर वस्तु आसानी से घर पहुंचने लगी है, लेकिन इस सुविधा के नुकसान भी है। इन्हीं शॉपिंग साईट का उपयोग कर लोग घर पर ही धारदार हथियार जैसे चाकू, खंजर, गुप्ति, छोटे आकार की तलवार इत्यादि को खरीदकर घर पर आसानी से मंगाने लगे हैं। बीते वर्ष की अगर बात करें तो इस प्रकार के धारदार हथियारों को मँगाने में बीता वर्ष सबसे अव्वल रहा। सबसे ज्यादा इन हथियारों की बिक्री बीते वर्ष यानि कि 2019-20 में पूरे वर्ष हुई, वहीं वर्तमान वर्ष 2021 के पूर्वार्द्ध में बिक्री में तेजी रही। उक्त धारदार हथियार चोरी, लूट, डकैती, उठाईगिरी, नकबजनी, चैन स्नेचिंग और हत्या जैसे गंभीर अपराध को अंजाम देने में प्रयुक्त किये जा सकते हैं। बीते कुछ वर्षों में राजनांदगाँव, दुर्ग, बिलासपुर और राजधानी रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में अपराध के ग्राफ में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है। ये अपराध क्यों और किस कारण से बढ़े हैं इस पर मंथन होना जरूरी है।

स्वाभाविक रूप से कहा जा सकता है कि, इन धारदार हथियारों को घर पर मंगाना जहां आसान हुआ है। वहीं इन धारदार हथियारों के माध्यम से किसी घटना को अंजाम देना उससे भी कहीं ज्यादा आसान हुआ है। रायपुर शहर में ऐसी कई घटनाएं सामने आई है जिसकी गुत्थी सुलझाने के बाद ऑनलाईन माध्यम से मंगाये गए इन हथियारों की भूमिका ही सामने आई है। कहीं न कहीं बीते कुछ समय से शहर में घटित हुए लूट, हत्या, डकैती जैसे कई अपराधों का मूल कारण भी हथियारों को ऑनलाईन माध्यम से मँगाना हो सकता है।

जब तक ये सभी हथियार जब्त नहीं कर लिए जाते शांति व्यवस्था की बात सोचना भी बेमानी होगी। अगर प्रशासन चाहता है कि, शहर में लगातार अपराध के बढ़ते ग्राफ में अंकुश लगे तो इसके लिए ऑनलाईन माध्यम से मँगाये गए धारदार हथियारों की जप्ती जल्द से जल्द करे। इन हथियारों को जब्त किए बिना बढ़ते अपराध पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता। शहर सहित जिले में बीते कुछ वर्षों से लेकर अब तक जितने भी ऑनलाईन माध्यम से धारदार हथियार मँगाए गए हैं उन सभी हथियारों को जब्त करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

लगातार बढ़ते अपराध के ग्राफ का हवाला देकर इसे शहर सहित जिले की शाँति व्यवस्था के लिए संवेदनशील मामला मानते हुए एमेजॉन और फिलिपकार्ट जैसे तमाम ऑनलाईन शॉपिंग साईट के जिम्मेदार अधिकारियों से धारदार हथियारों को खरीदने वालों की सूची माँगी जाए और हथियारों की जब्ती कर खरीददारों को कड़ी समझाईश दे।

यही नही हथियारों के मालिकों से उनका पूरा नाम, पता और मोबाईल नंबर के साथ उन्हें रिकॉर्ड के रूप में रखा जाए, ताकि इस प्रकार की घटना घटने से पहले ही उस पर अंकुश लगाया जा सके। कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा और एसपी डी. श्रवण ने भी हिन्दू युवा मँच की इस माँग को सराहा और कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया।

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