शांति फाउंडेशन ने पाँच और विक्षिप्तो को भेजा सुधार गृह

कोंडागांव । छत्तीसगढ़ में शांति फाउंडेशन की, विक्षिप्तो को भी मिले समान जनजीवन और अधिकार की मुहिम में शांति फाउंडेशन कोषाध्यक्ष यतींद्र सलाम (छोटू) द्वारा पाँच मानसिक रोगियों को उच्च स्तरीय इलाज के लिए सिविल कोर्ट कोंडागांव में 23-07-2019 को याचिका लगाया गया, जिसमें तीन पुरूष व दो महीला सामिल है। फाउंडेशन के पक्ष में फैसला सुनाते हुए मेडिकली मानसिक रोगी घोषित कर इन सभी विक्षिप्तो को उच्च स्तरीय इलाज के लिए मानसिक रोगी अस्पताल सेंदरी सुधार गृह बिलासपुर भेजने का आदेश दिया। इससे पहले भी शांति फाउंडेशन के द्वारा कई विछिप्तों की बेहतर इलाज के लिए सुधार गृह भेजा जा चुका है।
इस कार्य में महत्वपूर्ण कार्य में जिला कलेक्टर नीलकंठ टेकाम, जिला पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार, एसडीएम टेकचंद अग्रवाल, मुख्य नगरपालिका अधिकारी सूरज सिदार, टीआई राजेंद्र मंडावी, डीपीएम सोनल धुर्वे , डॉ एस पी वारे, डॉ आदित्य चतुर्वेदी, डॉ देवांगन, अधिवक्ता आर के मेश्राम, संतोष सावरकर, मुकेश मारकंडे, गौरव ठाकुर, प्रभात कोर्राम, मुकेश यादव, गौरव ठाकुर, कवी राव ,अतुल ठाकुर, सत्यम ध्रुव सहित सभी लोगो का महत्वपूर्ण सहयोग रहा ।
इस ऐतिहासिक अवसर पर शांति फाउंडेशन के यतींद्र सलाम (छोटू) का कहना है की सडक में घुमाते विक्षिप्त व्यक्तियो के साथ किसी भी प्रकार से अभ्रद व्यवहार ना किया जाय ओर ना ही इनके साथ किसी प्रकार से मारपीट किया जाये। चूंकि ये मानसिक रोगी है इसलिए इनकी कोई गलती नहीं ये मानसिक रूप से कमजोर है इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें इंसान समझे। आप सभी लोगों से निवेदन है की ये खुद से ईलाज कराने में सक्षम नहीं है ना ही अपनी परेशानी किसी को बता सकते हैं अगर आप ईनका अच्छा नहीं कर सकते तो बुरा करने का भी हक आपको नहीं है इस तरह की विछिप्तों की जानकारी मिलने पर शांति फाउंडेशन को तुरंत सूचित करें जिससे कि हम उनका उचित इलाज करवा सके और उन्हें एक अच्छी जिंदगी दे सके।