कवर्धा मामले में दुर्ग जेल में बंद लोगों से मिलने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष साय
भिलाई। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज दुर्ग के केन्द्रीय जेल पहुंचे । कवर्धा जिले में गत दिवस दो सम्प्रदायों में हुए तनाव में कवर्धा जिले के सत्तर लोगों को केन्द्रीय जेल दुर्ग में रखा गया है। उनके कुशलक्षेम जानने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के साथ वे पहुंचे और केन्द्रीय जेल जाकर उनका हालचाल जाना। एक दिन पूर्व वे अपने गृह ग्राम कवर्धा जिला पहुंचकर जेल में निरूद्ध लोगों के परिजनों से मिलकर उनका भी हाल चाल जाना। कवर्धा में हुई
घटना के लिए उन्होंने सीधे तौर पर इसके लिए जवाबदेह छग शासन के परिवहन मंत्री एवं कवर्धा जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मो. अकबर को ठहराया। उन्होंनेआगे कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बाहर से लाकर प्रदेश में बसाये जाने के कारण इस प्रकार के हालात यहां निर्मित हो रहे हैं। भगवाध्वज के अपमान का विरोध करने वाले दुर्गेश देवांगन और उसका एक अन्य साथी आज तक लापता है। प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को इस मामले में कुछ भी समझ नही है और वह एक बार भी कवर्धा क्षेत्र का दौरा तक नही किये। उनके द्वारा लगाये जा रहे सारे आरोप मिथ्या है।
इस दौरान डॉ. रमन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए आगे कहा कि पूरे देश में नवरात्रि का पर्व चल रहा है, राज्य सरकार हमारे 70 साथियों को जेल में बंद कर दी है। उन्होंने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि तीन साले आते ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार के कारण कवर्धा जिला जो कि शांति का टापू कहलाता था, वहां कभी धारा 144 कभी नही लगी थी, आज वहां 8 दिन से कफ्र्यु लगा है। इस कफ्र्यु के लिए सीेधे तौर पर मो. अकबर जिम्मदार है।
छग में इस तरह की स्थितियां परिस्थितियां निर्मित हुई है। कवर्धा में ही भगवाध्वज को लेकर एक सम्प्रदाय विशेष के लोगों द्वारा उसे पैरों से कुचला गया , जिसका विरोध दुर्गेश ने किया साथ ही सम्प्रदाय विशेष के दस पन्द्रह लोगों ने उसे जमकर पीटा। उसके द्वारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए 48 घंटे तक इंतजार किया लेकिन पुलिस प्रशासन ने किसी प्रकार का अपराध दर्ज नही किया। जबकि हर वर्ष इसी स्थान पर लगने वाले ध्वज को लगाने नही दिया गया जिसके कारण हालात ऐसे बने कि पांच से दस हजार की संख्या में लोग एकत्रित हुए और सिर्फ और सिर्फ शांतिपूर्ण ढंग से नारेबाजी कर रहे थे, साथ ही शांतिर्पूण तरीके से नारा लगाकर परिस्थितियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। छग राज्य के गांव गांव में तुष्टिकरण की राजनीति शुरू हो गई है।
बहुसंख्यक वर्ग को दबाने का षडयंत्र रचा जा रहा है। बाहर से अल्पसंख्यक लोगों को लाकर प्रदेश में बडे पैमाने पर बसाया जा रहा है, यह इसी की परीणिति है कि कबीर धाम में तीन वर्षेँ का आक्रोश फूटा है जिन 70 लोगों को जेल भेजा गया है वह सभी भाजपा और संघ के कार्यकर्ता है। जो प्रदेश सरकार से डरनेवाले नही है। यह सत्तर ही नही एक हजार युवाओं को सरकार गिरफ्तार कर ले तब पर भी प्रदेश सरकार के भय और आतंक से हम डरने वाले नही है। जिस प्रकार से कवर्धा में हालात बने ऐसे हालात छग राज्य में बनने नही दिया जायेगा। डॉ. रमन ने ताम्रध्वज साहू के द्वारा कवर्धा के हालात को भाजपा को जिम्मेदार ठहराये जाने के बयान परकहा कि गृहमंत्री को तो समझ ही नही है, वह कुछ भी नही जानते है , जब वह कवर्धा गये ही नही, किसी पीडि़त से मिले ही नही, उनके द्वारा कोई बात ही नही की गई, उनका बोलना समझ से परे हैं।
ये सभी सत्तर लोग जो कैद में है, वह सभी किसान के बेटे है और साथ ही स्कूल कॉलेज के पढने वाले छात्र हैं। परिवहन मंत्री के शह व संरक्षण में सबकुछ चल रहा है, इस मामले को लेकर भाजपा पूरे प्रदेश में गांव गांव और शहरो में मुहिम चलायेगी। साथ ही कानूनी लडाई भी लोअर कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक लडेगी। प्रदेश में बडे पैमाने पर चावल घोटाला भी चल रहा है। देश के प्रधानमंत्री ने 80 करोड लोगों के लिए चावल दिया लेकिन राज्य सरकार ने इस डेढ वर्षोँ से एक दो एवं तीन की संख्या वाले परिवार को पांच दस एवं पन्द्रह किलो चावल वितरण ही नही किया।
केवल चार संख्या वाले परिवार को ही चावल वितरण किया गया। भूपेश सरकार ने इस चावल में बडा घपला किया है। एकदो एवं तीन लोगों के परिवार का चावल प्रदेश सरकार ने कहां गायब कर दिया, इसका पूरा हिसाब वह जनता को दें। बदले में या तो चावल दें या उसकी राशि उपभोक्ताओं के खाते में डाले। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेलयूपी जाकर वहां के लोगों को 50 लाख रूपये मुआवजे देने की बात कहते हेैँ। छग प्रदेश में बस्तर के सिलेगर में तीन लोग मरे, पांच सौ किसानों ने आत्म हत्या की। कोरबा में पंडों जाति के लोग मारे गये किसी भी परिवार के लोगों को एक भी रूपया देने की घोषणा दस सरकार ने नही की। ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यूपी में जाकर चुनाव लडना चाहिए। सडकों की हालत बहुत खराब है।
विकास कार्य पूरी तरह ठप्प है। सरकार सडको ंका मेनुअल रिपेयर्स भी नही करा पा रही है। बड़ी संख्या में जेल के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने चरण छूकर व हाथ जोडकर उनका अभिवादन किया जिनमें प्रमुख रूप से राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व भिलाई केन्डु पर्वत फाउण्डेश न के चेयरपर्सन अतुल पर्वत, मनोज मिश्रा, नितेश साहू, सतीश समर्थ, दया सिंह, राजेश ताम्रकार, ललित चन्द्राकर, शंकरलाल देवांगन, अहिवारा के रविशंकर सिंह, नटवर ताम्रकार, नीरज पांडे, अरूण सिंह, प्रमोद सिंह, शिवेन्द्रपरिहार, रतन यादव, माया बेलचंदन, आकाश ठाकुर सहित सैकड़ों की संख्या मेंभाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।