धर्म

कात्यायनी माँ नवरात्रि में छठवें माँ का स्वरूप- पुनम शुक्ला

कात्यायनी माँ नवरात्रि में छठवें माँ का स्वरूप- पुनम शुक्ला

।।ऊँ,ह्लीं श्रीं कात्यायन्यै नमः।।
नमश्चण्डिकायै

ऊँ,बालरविद्युतिमिन्दुकिरीटां तुंगकुचां नयनत्रययुक्ताम्।
स्मेरमुखीं वरदाड्कुशपाशाभीतिकरां प्रभजे भुवनेश्वरीम्।।

ऊँ, यज्ञेन यज्ञवजमन्त देवास्तानि धर्माणि प्रथमान्यासन्
ते ह नाकं महिमानह् सचन्त यत्र पूर्वे साध्याह् सन्ति देवाह्
स्तुतिह्
देवि प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद
प्रसीद मातर्जगतोअ्खिलस्य।
प्रसीद विश्वेश्वरि पाहि विश्वं
त्वमीश्वरी देवि चराचरस्य।।

आधारभूता जगस्तमेका
महीस्वरूपेण यतह् स्थितासि।
अपां स्वरुस्थितया त्वयैत_
दाप्यायते कृत्स्नमलंड्घ्यवीर्ये।।
त्वं वैष्णवी शक्तिरनन्तवीर्या
विश्वस्य बीजं परमासि माया।
सम्मोहितं देवी समस्तमेतत्
त्वं वै प्रसन्ना भुवि मुक्तिहेतुह्।।
जय माँ कात्यायनी

भूपेंद्र सबका संदेश न्यूज़ रिपोर्टर
बिलासपुर 9691444583

Related Articles

Back to top button