छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

निर्माण क्षेत्र के लिए आईओटी को बढ़ावा देने हेतु राज्य सरकार लघु उद्यमियों को मदद करे-संजय चौबे:State government should help small entrepreneurs to promote IoT for the construction sector – Sanjay Choubey

दुर्ग। लघु उद्योग भारती के  इकाई  अध्यक्ष संजय चौबे ने बताया की इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स या आईओटी का अर्थ एक ऐसे सिस्टम से है जहां डिवाइसें इंटरनेट के जरिए एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं। ये डिवाइसें अपने कार्य तेजी से और अधिक स्मार्ट ढंग से पूरे करने के लिए एक-दूसरे से बात करती रहती हैं। आईओटी हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहा है एवं उधमियों के लिए इसके द्वारा नए अवसर आयेंगे। यह हमारे जीने और काम करने के तरीके को बदल रहा है।

चौबे ने बताया की अभी एवं भविष्य की डिवाइसें आईओटी के लिए तैयार होने लगी है जिससें नये युवा उद्यमियों को रोजगार का एक नए अवसर मिलेगा । रोजमर्रा के काम जैसे कॉफ़ी बनाना, वॉटर हीटर ऑन करना, किराने का ऑर्डर देना, और डॉक्टर को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य आँकड़े बताना, आईओटी के जरिए स्वचालित ढंग से किए जाएंगे इसके द्वारा हम पहने जा सकने वाले हेल्थ बैंड्स (जैसे फि़टबिट) आदि के रूप में आईओटी को सक्रिय होता देख रहे हैं। ये वायरलैस डिवाइस कदमों की संख्या, हृदय गति, नींद की क्वालिटी आदि डेटा रिकॉर्ड करती हैं और उन्हें किसी इंटरनेट-सक्षम डिवाइस, जैसे आपके स्मार्टफोन के साथ साझा करती हैं

जहां डेटा का विश्लेषण और निगरानी करके आपको आपकी ज़रूरत के मुताबिक प्रशिक्षण और आहार संबंधी सुझाव दिए जाते हैं। स्वास्थ्य बीमा कंपनियां अपने प्रीमियम की गणना के लिए भी इस डेटा का उपयोग कर रही हैं
इंडस्ट्रियल आईओटी उपभोक्ता क्षेत्र की ही तरह इंडस्ट्रियल इंटर ऑफ़ थिंग्स भी निर्माण क्षेत्र में क्रांति ला रहा है। इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स को ‘आपस में जुड़ी मशीनोंÓ के रूप में अच्छी तरह समझा जा सकता है।

ये मशीनें कार्यप्रवाह की स्थिति, उत्पादन की दर, कच्चे माल की स्थिति, कार्य पूरा होने में लगने वाला समय इत्यादि से संबंधित डेटा और महत्वपूर्ण आँकड़े आपस में साझा करती हैं, इंडस्ट्रियल आईओटी लागू करके, भौतिक तंत्र (फ़ैक्टरियां भी) एक-दूसरे से और मनुष्यों के साथ इंटरनेट के जरिए संचार कर सकते हैं ! चाहे शॉप फ़्लोर की मशीनें हों, निर्माण प्लांट के रोबोट, वेयरहाउस की शेल्फ़, या फ़ैक्टरी की ऊर्जा प्रबंधन डिवाइसें, आईआईओटी इन सभी को एक-दूसरे से जोड़ रहा है और फ़ैक्टरियों को स्मार्ट फ़ैक्टरियां बना रहा है

संजय चौबे ने एक सवाल के जवाब में बताया कि लघु उद्यमी आखिर इंडस्ट्रियल आईओटी का उपयोग क्यों करें , लघु उद्योग भारती के संजय चौबे ने बताया की आईआईओटी निर्माताओं के लिए पूरा खेल बदल कर रख देने के लिए तैयार है। भविष्य में लघु उद्योग भारती  द्वारा शीघ्र ही लघु उद्यमियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन कराया जाएगा,तथा निर्माण क्षेत्र के लिए आईओटी को बढ़ावा देने हेतु राज्य सरकार लघु उद्यमियों को मदद करे !

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