ई-श्रम कार्ड हेतु पंजीयन किसी भी च्वॉइस सेंटर, लोक सेवा केंद्र या सीएससी से करा सकते हैं
ई-श्रम कार्ड हेतु पंजीयन किसी भी च्वॉइस सेंटर, लोक सेवा केंद्र या सीएससी से करा सकते हैं
देव यादव S S न्यूज़ बेमेतरा
बेमेतरा 23 सितम्बर 2021-भारत सरकार ने श्रमिकों के लिए विभिन्न प्रकार की योजना लांच करने एवं उनका संचालन करने में भी सहायता की है। यदि आपकी उम्र 16 से 59 वर्ष के बीच है और इन्कम टैक्स फाइल नहीं करते हैं और न ही ईपीएफ/ईएसआईसी/एनपीएस के सदस्य हैं तो आप भारत सरकार की इस योजना में अपना पंजीयन करा सकते हैं। ई-श्रम कार्ड को बनाने का कार्य 26 अगस्त 2021 से सरकार द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है। पंजीयन कराने के लिए आपको केवल आधार नंबर, उससे लिंक मोबाईल नम्बर और बैंक खाता का विवरण चाहिए।
पढ़े लिखे युवा वर्ग से विशेष अपील:- यदि आप अपने आसपास किसी भी प्रकार के मज़दूर या कामगार को देखते हैं जो लोक सेवा केंद्र या च्वॉइस सेंटर भी नहीं जा सकता है, तो आप दिए गए पंजीयन के साइट https://register.eshram.gov.in/#/user/self से उनका पंजीयन कर दीजिये। यह एक प्रकार से समाज की सेवा का अवसर है, जिसमें आपका कोई धन भी खर्च नहीं होगा बस थोड़ा सा समय देना है।
सभी पंजीकृत श्रमिकों को 12 अंकों का रिकॉर्ड प्रदान किया जाएगा जो कि पूरे देश में मान्य होगा। इस कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को कई तरह की योजनाओं का लाभ भी पहुंचाया जाएगा। ई-श्रम कार्ड के माध्यम से श्रमिकों को उनके काम के आधार पर बांटा जाएगा, जिससे कि उन को रोजगार प्रदान करने में सहायता प्राप्त होगी। डेटाबेस के माध्यम से सरकार को श्रमिकों के लिए विभिन्न प्रकार की योजना लांच करने एवं उनका संचालन करने में भी सहायता प्राप्त होगी। इसी प्रकार भविष्य में इस कार्ड को पूरे देश में लागू होने वाली एक ही राशन कार्ड के सिस्टम (एक देश एक राशन कार्ड) से भी जोड़ा जायेगा।
इस कार्ड के फायदे और भी बहुत सारे हो सकते हैं लेकिन इनमें से एक महत्वपूर्ण फायदा हम उदाहरण से समझते हैं। आप सभी ने देखा कि देश भर मे कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन में लोग बेरोजगार हुए, ऐसी जगहों में फंस गए जहाँ उन्हें भुखमरी का शिकार होना पड़ा। केंद्र सरकार के द्वारा आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए कोरोना आर्थिक सहायता योजना की शुरुआत की गई, जिसके अंतर्गत बेरोजगार और प्रवासी मजदूरों से पंजीकरण करने को कहा गया। बहुत सारे मजदूरों ने पंजीकरण किया और उन्हें कोरोना वायरस सहायता की राशि भी मिली। लेकिन बहुत सारे ऐसे भी मजदूर थे जिनके पास यह जानकारी किसी कारण से नहीं पहुंच पाई या अपना कोरोना वायरस सहायता में पंजीकरण किसी कारण से नहीं करवा पाया, तो उन्हें कोरोना वायरस सहायता का लाभ नहीं मिल पाया। ऐसी ही परिस्थिति यदि कभी आती है तो केंद्र सरकार के पास आपका पंजीकृत डाटा जो आपने ई-श्रम योजना मे पंजीकरण किये है, उसका प्रयोग कर केंद्र सरकार या राज्य सरकार आपको सीधे राशि भेज पाएगी और जरूरत के समय आपको किसी प्रकार के पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं होगी ।
वास्तव में आपके आसपास दिखने वाले प्रत्येक कामगार का यह कार्ड बन सकता है। विभिन्न प्रकार के मजदूरों/कामगारों का उदाहरण, जिनका ई-श्रम कार्ड बन सकता है निम्नानुसार हैं -घर का नौकर-नौकरानी (काम वाली बाई), खाना बनाने वाली बाई (कुक), सफाई कर्मचारी, गार्ड, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, ठेला में किसी भी प्रकार का सामान बेचने वाला (वेंडर), होटल के नौकर/वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, हर दुकान का नौकर/सेल्समैन/हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्ज़ी ,बढ़ई, प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पोताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला, वेल्डिंग वाला, खेती वाले मज़दूर, नरेगा मज़दूर, ईंट भट्ठा के मज़दूर, पत्थर तोड़ने वाले, खदान मज़दूर, फाल्स सीलिंग वाला, मूर्ती बनाने वाले, मछुवारा, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, पेपर का हॉकर, जोमैटो स्विगी के डिलीवरी बॉय, अमेज़न फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर वाले कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका, मितानिन, आशा वर्कर आदि आदि अर्थात सभी तरह के व्यक्ति का पंजीयन हो सकता है।
देव यादव सबका संदेश न्यूज़ रिपोर्टर नवागढ़ बेमेतरा छत्तीसगढ़ 9098647395