छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

महिला स्वास्थ्य जागरूकता के लिए प्रदेश का पहला पिंक गार्डन भिलाई में:State’s first Pink Garden in Bhilai for women’s health awareness

भिलाई। संस्कृत में एक श्लोक है-च्यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:ज् अर्थात् जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। महिला अपने जीवन के हर पड़ाव पर संघर्ष से भरी हुई होती है, चाहे उसका बचपन हो या गृहस्थ जीवन। जिम्मेदारियों के चलते समान्यत: ऐसा देखा गया है कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका निगम के जोन क्षेत्रों में विशेष उद्यान बनाए गए हैं, जिसे की च्पिंक गार्डनज् का नाम दिया गया है।

पिंक गार्डन-  हमारे पुरुष प्रधान देश में पिंक गार्डन ऐसा स्थान है जहां पुरुषों का जाना ही वर्जित है। यहां केवल व केवल महिलाओं को ही जाने की अनुमति है। महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बने और गार्डन के संसाधनों का प्रयोग कर स्वस्थ जीवन धारण करें यही इस गार्डन का मुख्य उद्देश्य है । पिंक गार्डन में ओपन जिम और वॉशरूम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। गार्डन में कारपेट ग्रास लगाई गई है और पेंटिंग गुलाबी रंग से की गई है।

योगाभ्यास के लिए विशेष सुविधा- पिंक गार्डन में योगाभ्यास के लिए कारपेट ग्रास लगाई गई है। बदलते लाइफ स्टाइल के चलते लोग स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक तनाव से भी गुजर रहे हैं और इसके लिए वो योग को एक विकल्प के तौर पर अपना रहे हैं। गार्डन में आए महिला समूहों में से शांति जी से बात करने पर उन्होंने बताया कि वो बहुत लंबे समय से योगाभ्यास घर में करती थी, क्योंकि उन्हें योगाभ्यास के लिए पिंक गार्डन जैसा सुरक्षित वातावरण खुले स्थान पर नहीं मिल पा रहा था। पिंक गार्डन के बनने से वो बहुत खुश हैं क्योंकि उन्हें यहां किसी प्रकार का संकोच महसूस नहीं होता है। उन्होंने यह भी बताया कि यहां महिला समूह द्वारा लाफ्टर सेशन का आयोजन भी किया जाता है।

पिंक गार्डन के लिए चयनित पांच स्थान–  निगम के अंतर्गत कुल 5 जोन है। प्रत्येक जोन के एक उद्यान को पिंक गार्डन के रूप में विकसित किया जा रहा है। वार्ड क्रमांक-3 में लाल बहादुर शास्त्री उद्यान, वैशाली नगर में ट्राइएंगल पार्क, सेक्टर 1 में सड़क-14 स्थित उद्यान, वार्ड क्रमांक 38 में चंद्रमा चौक और वार्ड क्रमांक 54 सेक्टर 5 में सड़क 41 व 42 के मध्य स्थित उद्यान को पिंक उद्यान का दर्जा दिया गया है। इन उद्यानों को तैयार करने में निगम प्रशासन द्वारा लगभग 2 लाख 90 हजार रूपए आबंटित किया गया है।

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