छत्तीसगढ़

महासमुंद जिला बना हाथियों का गढ़ हाथियों के कूच से ग्रामीण भयभीत

महासमुंद जिला बना हाथियों का गढ़
हाथियों के कूच से ग्रामीण भयभीत
हर वर्ष हाथी बचाओ दल व सुरक्षा उपायों के लिए वन विभाग को मिलती है राशि
*(स्वप्निल तिवारी)

 

महासमुंद – सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले में हाथियों के दस्तक से ग्रामीण है भयभीत वर्तमान मामला है महासमुंद से लगे गौरखेड़ा व खालझमरिया का जहा दतैल हाथी ने रविवार रात झालखमारिया निवासी परमेश्वर कुमार 30 वर्ष गांव के साथी पतिराम निषाद रामसिंग कमार पिलुराम साहू के साथ मूंगफली के खेत की रखवाली कर रहे थे। घर खाना खाने जब मृतक खेत से निकला कुछ ही दूर में दतैल हाथी से सामना हो गया।जहा हाथी ने परमेश्वर को कुचलदिया । जिसे देखकर साथी कृषक भी वहा से भागकर इस मामले की जानकारी गांव के सरपंच को दी। सरपंच ने जानकारी वनविभाग को दी जिसके पश्चात डी एफ ओ पंकज राजपूत पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल सहित वन अमला घटना स्थल पहुंचे।
वही दूसरा मामला गौतखेड़ा का है प्राप्त जानकारी के अनुसार महादेव पठार के पास मृतक राजू विश्वकर्मा अपने दो साथियों राजू व दीनानाथ के साथ बाइक से गौरखेड़ा स्थित महादेव पठार घूमने गए थे। घूमकर वापस लौटते समय सामने से दतैल हाथी की देखकर तीनों हड़बड़ा गए दीनानाथ और राजू गाड़ी से कूदकर भाग रहे थे ।तभी राजू पत्थर से टकराकर गिर गया जिसे हाथी ने कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। जिसकी जानकारी साथियों ने पुलिस व परिजनों को दी।पूर्व में भी हाथियों ने कई ग्रामीणों को मौत के घाट उतार चुके है लगातार घट रही घटनाओं ने ग्रामीणों में भय का वातावरण निर्मित कर दिया है। सूत्रों की माने तो वन विभाग हर वर्ष लंबी चौड़ी राशि जनहानि रोकने की तैयारी में लगाती है।

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