*जनभागीदारी समिति के फंड में गड़बड़ी के लगे आरोप, छात्रों को नहीं मिल रही अपेक्षित सुविधाएं*

बेमेतरा:- स्थानीय पीजी कॉलेज की जनभागीदारी समिति पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगे हैं। कॉलेज में छात्रों को विभिन्न सुविधाएं देने के नाम पर जनभागीदारी शुल्क वसूला जाता है। हर छात्रों से 45 लाख रुपए से अधिक जनभागीदारी शुल्क लिया जाता है। बावजूद छात्रों को अपेक्षित सुविधाएं नहीं मिलने की शिकायत मिलने पर किसान नेता योगेश तिवारी कॉलेज पहुंचकर छात्रों से रूबरू हुए। यहां छात्रों ने किसान नेता को जनभागीदारी समिति और कालेज प्रबंधन के बेपरवाह रवैया से अवगत कराया। किसान नेता योगेश तिवारी ने कहा कि सम्बंधित मद की जांच करने पर बड़े खुलासा होंगे। जनभागीदारी समिति फण्ड में बड़ी गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है। समिति के अंतर्गत हर सामग्री की खरीदी में कमीशनखोरी की जा रही है। सुविधाओं के नाम पर छात्रों से लाखों रूपए वसूल किया जाता है, बावजूद हर कार्य के लिए छात्रों को भटकना पड़ रहा है।
*8 हजार से अधिक छात्रों के लिया जाता है, जनभागीदारी शुल्क*
परीक्षा फार्म जमा करने पहुच रहे हर छात्र से जनभागीदारी शुल्क वसूला जा रहा है। जिसमे छात्रों से 330 से 500 रुपए लिया जा रहा है। इस सत्र में रेगुलर और प्राइवेट छात्रों की संख्या 8 हजार से अधिक है। किसान नेता को छात्रों ने बताया कि जनभागीदारी शुल्क के नाम पर अनाप शनाप वसूली की जा रही है। लेकिन सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। कोई ना कोई बहाना कर छात्रों को बैरंग लौटा दिया जाता है।
*बिना सामग्री क्रय किए राशि आहरण, कमीशन खोरी के आरोप*
योगेश तिवारी ने बताया कि जनभागीदारी समिति के अंतर्गत हर सामान की खरीदी में कमीशनखोरी की जा रही है। बिना सामग्री क्रय किए राशि आहरण कर लिया जाता है। छात्रो से इस सम्बंध में लगातार शिकायत मिल रही है। दुर्ग यूनिवर्सिटी से उत्तरपुस्तिका भेजे जाने के बावजूद, कोविड गाइड लाइन का बहाना कर छात्रो को उत्तरपुस्तिका नही दी जा रही है।