प्रगति मार्केट को मां अक्षर का नाम दे, निगम जिर्णोद्धार के नाम पर की लाखों रूपये की भ्रष्टाचार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की आड़ लेकर किया जा रहा है पूरा खेल
भिलाई। कल्याण सेवा जन जागृति संगठन के अंध्यक्ष सुमनशील ने निगम आयुक्त एस के सुंदरानी को ज्ञापन सौंपते हुए पॉवर हाउस बस स्टैंड के ठीक सामने 1992 में निर्मित प्रगति बाजार के मामले में जनता के लाखों रूपये की बर्बादी की जा रही है और वर्तमान में इसके जिर्णोद्धार और मेंटनेंस की आड़ में कई 25 साल पुराने पेड़ों की बलि चढा दी गई है। निगम अपने घोटाले के कार्यों को छिपाने के लिए अब महिलाओं की आड़ लेकर और उनको आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर प्रगति मार्केट के नाम को बदल कर मां अक्षर के नाम से मदर्स मार्केट रखे जाने के खिलाफ अपनी आपत्ति दर्ज कराई। मार्केट को मां अक्षर (अंगे्रजी में मदर्स) रख कर की जा रही अपमान को रोकने के लिए निवेदन किया है।
श्री सुमन ने आगे बताया कि पॉवर हाउस स्थित प्रगति मार्केट को वर्तमान में नगर निगम भिलाई अलग से महिलाओं के लिए मार्केट बनाने जा रहा हैं, जबकि यह मार्र्केट 90 से 92 के बीच साडा काल के समय गलत नक्शा के आधार पर कई लाखों रूपये खर्च कर दुकान बनाने के बाद नीलामी की गई थी, जिमसें शहर के व्यापारियो द्वारा सामने की कई दुकाने खरीदी थी, लेकिन यहां पर मूलभूत सुविधाओं क आभाव एवं गलत नक्शा होने के कारण कई दुकाने उस समय नही बिक पाई। आज तक प्रशासन द्वारा प्रगति मार्केट की ओर ध्यान नही दिये जाने से नीलामी में खरीदी गई दुकानों के दुकानदारों ने अपनी दुकानों को किराये में संचालित वर्तमान में कर रहे हैं। 30 साल बाद निगम ने जर्जर एवं पानी के रिसाव की समस्या से जूझ रहे इस प्रगति मार्केट का लाखों रूपये लगाकर मरम्मत किये वह भी सिर्फ पुट्टी भरकर खानापूर्ति की गई। बरसात का पानी आज भी छत से अभी भी टपक रहा है और पूरे दिवाल में सीडन है। मेंटनेंस के नाम पर ई टेंडर निकाले बगैर बनाये गये कार्यादेश से भ्रष्टाचार खुलेआम दिख रहा है और मरम्मत के नाम पर लीपापोती भी साफ दिखाई दे रहा है। अपनी गलती छिपाने के लिए महिलाओं की आड़ लेकर और महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होने का बहाना बनाकर गलत नियत से प्रगति मार्केट के नाम को बदलकर मदर्स बाजार के नाम रखना मां अक्षर के नाम का अपमान है। मां अक्षर के शब्द से बने मदर्स के नाम को तत्काल बदले अन्यथा मां अक्षर के नाम पर निगम द्वारा की जा राजनीति तथा मार्केट मरम्मत में किये गये भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन और प्रदर्शन किया जायेगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी निगम प्रशासन की होगी।