भिलाई इस्पात संयंत्र ने “आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में बढ़ाया एक और कदम प्लेट मिल ने मडी,न-250 स्लैब्स की 13वीं बार की सफलतापूर्वक रोलिंग: Bhilai Steel Plant takes another step towards “Self-reliant India” Plate Mill Successfully Rolls 13th Time of Mudi, No-250 Slabs
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भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र ने “आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाते हुए बी,सपी के प्लेट मिल ने पुनः अपनी उत्कृष्टता सिद्ध की है। 26 अगस्त, 2021 को 13 वीं बार मैसर्स मिश्र धातु निगम द्वारा प्रदत्त मडी,न-250 के 10 स्लैब्स से 20 प्लेट तथा 40 टन प्लेटों की सफलतापूर्वक रोलिंग की। इसके पूर्व सयंत्र ने 12 अप्रैल, 2021 को ,मडी,न स्लैब्स की रोलिंग की थी। अब तक बी,सपी ने कुल 500 टन की रोलिंग कर आपूर्ति की है।
विदित हो कि भिलाई के प्लेट मिल में नियमित अंतराल में इन स्लैब्स को 9-3 मिलीमीटर की मोटाई में सफलतापूर्वक रोलिंग किया जा रहा है। ज्ञात हो कि इन प्लेटों का उपयोग पीएसएलव्ही के बाहरी मोटर आवरण और इसरो के जीएसएलव्ही सेटेलाइट प्र{ोप.ा वाहनों में किया गया है। जिसमें चन्द्रयान प्रक्षेपण हेतु उपयोग कि, जाने वाले एसएलव्ही भी शामिल है।
इन प्लेटों की रोलिंग अत्यंत ही चुनौतीपूर्णा होती है। इन शक्तिशाली स्पेशल प्लेटों की विशेषता यह है कि ये उच्च ताप को सहने की क्षमता रखते हैं। इसके रोलिंग में अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ती है।
इन प्लेटों की रोलिंग गुणवत्ता के कड़े मापदंड के मध्य किया जाता है। इन प्लेटों को कड़े निरीक्षाण व कठोर परीक्षा से गुुजरना होता है।
भिलाई इस्पात सयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता एवम संयंत्र के अधिशासी निदेशक वर्क्स, अंजनी कुमार ने प्लेट मिल की टीम के साथ अन्य विभाग के सदस्यों को इस उपलब्धि पर बधाई दी।