सीएम के गृह जिले में धक्का-मुक्की …. पढ़िए आगे खबर….
जोधपुर. राजस्थान में पंचायती राज चुनाव (Rajasthan Panchayati Raj Elections) के टिकटों के लिये जबर्दस्त घमासान मचा हुआ है. सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के गृह जिले जोधपुर (Jodhpur) में कांग्रेस में टिकट को लेकर जोरदार मारामारी हो रही है. हालात यहां तक आ पहुंचे हैं कि यहां टिकटों के लिये हो रहे हुड़दंग में प्रभारी मंत्री महेन्द्र चौधरी के जोधपुर दौरे के दौरान रविवार को पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के साथ धक्का-मुक्की तक हो गई. बाद में पुलिस और अन्य लोगों ने बीच बचाव कर पूर्व सांसद जाखड़ को सर्किट हाउस से रवाना किया. इस धक्का-मुक्की का वीडियो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है.
दरअसल रविवार को जोधपुर के प्रभारी मंत्री महेंद्र चौधरी यहां पहुंचे थे. इस दौरान जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव लड़ने के दावेदार सर्किट हाउस में अपना अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पाली के पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ अपने समर्थकों के साथ सर्किट हाउस से बाहर निकले तो टिकट को लेकर कुछ लोगों ने उनको खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी. इस बीच पूर्व सांसद जाखड़ ने भी अपना आपा खो दिया. बाद में पूर्व सांसद के साथ कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की कर डाली
टिकट को लेकर कार्यकर्ताओं के बीच घमासान
जोधपुर जिले में सरकार ने इस बार कई नई पंचायत समितियों का गठन किया है. नई पंचायत समितियों में पहली बार चुनाव होने हैं. ऐसे में वहां के कार्यकर्ताओं में टिकट को लेकर काफी घमासान छिड़ा हुआ है. टिकट में कुछ बड़े नेताओं के हस्तक्षेप से कार्यकर्ता नाराज चल रहे हैं. इसी नाराजगी के चलते पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के साथ कार्यकर्ताओं के बीच नोकझौंक हो गई और बाद में वह धक्का-मुक्की में बदल गई.
पूर्व सांसद की बेटी जिला प्रमुख की दावेदार
पंचायत समिति मुखिया का चुनाव समिति सदस्यों और जिला प्रमुख का चुनाव जिला परिषद के सदस्यों के द्वारा किया जाता है. ऐसे में प्रधान और जिला प्रमुख पद के दावेदार अपनी-अपनी लॉबी के लोगों को टिकट दिलवा ना चाह रहे हैं. पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ भी अपनी बेटी को जिला प्रमुख बनाने को लेकर सक्रिय हैं. जोधपुर जिला प्रमुख की सीट महिला के लिये आरक्षित है. ऐसे में पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ अपनी बेटी मुन्नी गोदारा को जिला परिषद सदस्य के लिए नामांकन भरवा चुके हैं. लिहाजा पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ को टिकट को लेकर कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा