रिसाली निगम के प्रशासक और कलेक्टर भूरे ने की कार्यों की समीक्षा , Risali corporation administrator and collector Bhure reviewed the works
पट्टा वितरण के लंबित 44 आवेदन का होगा दोबारा सर्वे
भिलाई। राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत नवीन पट्टा वितरण में डुंडेरा क्षेत्र के लंबित 44 आवेदनों का सर्वे दोबारा कराया जाएगा। यह आदेश रिसाली नगर पालिक निगम के प्रशासक व कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने दिए। गुरूवार को कार्यों की समीक्षा करने वे नवीन कार्यालय भवन पहुंचे थे। इस दौरान आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
प्रशासक डॉ. भूरे ने शासन की योजनाओं पर फोकस करते हुए कहा कि कार्य समय सीमा में पूरा हो। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत किए गए सर्वे सूची को दोबारा देखे। अगर कोई हितग्राही पट्टा वितरण नियम के दायरे में आता है तो तत्काल पट्टा वितरण किया जाए। उल्लेखनीय है कि डुंडेरा में 44 ऐसे प्रकरण थे जो 700 वर्ग फूट से अधीक काबिज, सड़क पर कब्जा, दुकान बनाने समेत भूमि स्वामी के हक की जमीन पर कब्जा करने की वजह से पट्टा वितरण नहीं किया गया था। समीक्षा बैठक में आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे, नोडल अधिकारी रमाकांत साहू, कार्यपालन अभियंता सुशील बाबर व सहायक अभियंता राजकुमार जैन उपस्थित थे।
निर्माण कार्य में लाएं तेजी
प्रशासक डॉ. भूरे ने बैठक में निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष नजर रखा जाए। साथ ही अधूरे निर्माण कार्य को समय पर पूरा कराया जाए। उल्लेखनीय है कि 388 निर्माण कार्य में 164 कार्य पूर्ण हो चुका है। 210 कार्य निर्माणाधीन है। वही लंबित 144 कार्यों के लिए निगम ने निर्माण के लिए कार्य आदेश जारी किया है। कार्यपालन अभियंता ने शासन की योजना पौनी पसारी के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
प्रकाश व्यवस्था पर किया फोकस
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि लाइट संबंधी शिकायत को गंभीरता से लिया जाए। डिमांड के अनुसार रोशनी की व्यवस्था की जाए। उन्होंने अमृत मिशन के तहत बिछाई गई पाइप लाइन लिकेज को बिना देरी किए मरम्मत करने निर्देश दिए। बारिश के मौसम को देखते हुए जल जनित रोगों पर नजर रखने समेत पानी वेस्टींग पर फोकस किया। निगम प्रशासक ने मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना सहित गोधन न्याय योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा की। बैठक में डॉ. भूरे ने सेनेटाइजिंग से लेकर जला आइल छिड़काव समेत फॉगिंग होने अथवा नहीं के संबंध में चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।