सामाजिक कार्यकर्ता गजभिये ने शंकर विद्यालय के खिलाफ खोला मोर्चा
स्कूल की प्राचार्या व शिक्षक जो निर्णय नहीं ले सकते उन्हें बर्खास्त करें
यूथ कांग्रेस ने भी दिया अपना समर्थन
भिलाई – सेक्टर 10 स्थित श्री शंकरा विद्यालय के पास आर टी आई व सामाजिक कार्यकर्त्ता सोनिया गजभिये के द्वारा आज दुसरे दिन 12 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटी हुई है, आज उन्हें समर्थन देने के लिए यूथ कांग्रेस दुर्ग जिला अध्यक्ष अंकुश पिल्ले भी अपने समर्थकों के साथ पंडाल में पहुचकर अपना समर्थन दिया, श्री पिल्लै ने कहा की वह स्कूल प्रबधन की मनमानी नहीं चले देंगे व इस आन्दोलन को लीड कर रही सोनिया गजभिये के साथ पूरी यूथ कांग्रेस कन्धा से कन्धा मिलकर उनके साथ खड़ी है,
आन्दोलन कर रही श्रीमती गजभिये ने बताया की उनकी नये प्रमुख मांगे है की स्कूल प्रबंधन अपनी मर्जी से टी सी देना बंद करें, जब तक पालक खुद ना मांगे या फिर कोई अन्य उचित कारण के बिना टी सी नहीं दिया जाना चाहिए अब तक जितने भी छात्रों को जबरदस्ती टीसी दी गई है यदि वह छात्र वापस उस स्कूल में पड़ना चाहते है तो प्रबंधन उनकी टीसी को निरस्त कर उनको वापस ले और सीबीएसई की गाइड लाइन अंतर्गत टीसी देने का उचित कारणों को स्पष्ट करें ! स्कूल प्रांगण में शिक्षकों द्वारा अभद्र शब्दों का प्रयोग करने वाले शिक्षकों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करते हुए, ऐसे शिक्षकों को बर्खास्त करें, और माता पिता के साथ रुखा व्यव्हार करने वाले पर भी बर्खास्ती जैसी कार्यवाही स्कूल मनेजमेंट करे, आर्थिक तंगी के कारण यदि कोई पालक फीस जमा नहीं कर पाटा है तो प्रबंधन ऐसी स्थिति में छात्र और पालक मानसिक प्रताड़ना ना दें ! कोई भी पालक स्कूल फीस फाइन नहीं देगा इसे बंद करें ऐसे मामले में एडमिशन फीस एवं रि- एडमिशन का दूसरा रूप कहलाता है, पड़ने वाले बच्चों के साथ उनके पालकों के चरित्र पर भी सवाल स्कूल प्रबंधन ना दागे जो भी मुद्दे है सीधे पालक को सूचना दें !स्कूल की प्राचार्या यदि अधिकारिक रूप से स्कूल के निर्णय में पूर्ण रूप से निर्णय नहीं ले पाती है तो वह भी तुरंत अपने पद से इस्तीफ़ा दें ! चूँकि सभी पालक फीस देते है हमारी गुजारिश है की स्कूल संचालन के समय अध्यक्ष और सचिव स्कूल में मौजूद रहें ! पिछले पांच वर्षों में किन किन छात्रों को टीसी दी गई है और किन किन बच्चों को प्रवेश दिया गया है उनके प्रमाणित दस्तावेज नाम पते सहित उपलब्ध कराएं ! स्कूल की बिल्डिंग परमीशन, शिक्षकों के शैक्षणिक योग्यता, समिति के सदस्यों की शैक्षणिक योग्यता से सम्बंधित दस्तावेज उपलब्ध कराएं, कितने बच्चे बस सुविधा ले रहे है संख्या सहित जानकारी दें, बसों की संख्या व बैठक क्षमता की भी जानकारी दें, बस की फीस व नियम शर्तों की जानकारी दें, बसों के स्टॉपेज बढ़ाएं जाए, निजी संसाधनों का उपयोग कम हो, सीबीएसई गाइडलाइन माननीय न्यायलय के तहत बस एवं स्कूल फीस ली जाए !
आज के इस आमरण अनसन कार्यक्रम ने उपस्थित लोगो में प्रभा सिंह, इंदु सिंह, खिलेश्वरी वर्मा, गायत्री चौधरी, रीता, प्रभात भगत, आदित्या मिश्रा, राहुल देश्लाहरे , हितेश पटेल, दीपक तांडी सहित बड़ी संख्या में अन्य पालक भी मौजूद थे !
स्कूल प्रबंधन किसी भी बच्चे का दुश्मन नहीं : रामचंद्रन
श्री शंकर एजुकेशन सोसिएटी के अध्यक्ष आर टी रामचंद्रन ने हमारे प्रतिनिधि को जानकारी बताया कि हमारे स्कूल में किसी भी पालक व बच्चे के साथ किसी भी प्रकार का अभद्र व्यव्हार नहीं किया जाता है, स्कूल किसी भी बच्चे का दुश्मन नहीं है, बच्चों को अच्छी शिक्षा देना स्कूल प्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी है, स्कूल की प्राचार्या ही पुरे अनुशासन की जिम्मेदार अधिकारी है, आन्दोलनकर्ता जिस छात्र की टीसी को लेकर अडिंग है, उक्त छात्र को तीन बार समझाईस दी गई उसके बाद भी उक्त छात्र द्वारा अपनी गतिविधियों में सुधार नहीं लाया गया, तब जाकर उस छात्र को टीसी देने की कार्यवाही की गई है, उक्त छात्र ने स्कूल का सीसीटीवी कैमरा तोड़ा साथ ही कई शर्मिंदा करने वाली हरकतें भी स्कूल परिसर में की जिसका बुरा असर स्कूल के अन्य छात्रों पर भी पड़ रहा था, जिसको देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने उस बच्चे को टीसी देने का कार्य किया है ! मनेजमेंट का स्कूल के अनुशासन के मामले में कोई दखलंदाजी नहीं है ! ऐसे में आन्दोलन कर रहे लोगो का कहना की उक्त छात्र को वापस स्कूल में प्रवेश दो ये कैसे संभव होगा ! शिक्षा विभाग की जांच टीम ने भी अपनी पूरी जांच में टीसी दिए गए छात्र की गलती पाई है ! |