160 करोड़ के हवाला लेन देन के मामले में धर्मेन्द्र ने विरेन्द्र पाण्डेय, प्रभुनाथ मिश्रा और सतीश त्रिपाठी को भेजा नोटिस
भिलाई/ कांग्रेस के पूर्व सचिव धर्मेन्द यादव और उनके भाई भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव पर करोड़ों रूपये के आर्थिक गड़बड़ी का भाजपा के पूर्व विधायक एवं भारतीय स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेन्द्र पाण्डेय द्वारा लगाये गये आरोप पर धर्मेन्द्र यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग कांग्रेस के लोगों को टारगेट कर बदनाम करने और समाज में उनकी छवि धूमिल करने का कार्य करते है, भाजपा के लोग एक झूठ को सौ बार बोलते हैं ताकि लोग उसे सच मान जाये। विरेन्द्र पाण्डेय भाजपा के बी टीम के रूप में काम कर रहे हैं। भाजपा के नेताओं में दम है तो मेरे उपर खुला आरोप लगाकर और उसे सिद्ध कर बताये।
धर्मेन्द्र यादव ने आगे कहा कि अनिमेष सिंह के यस बैंक के इस खाते से विधायक देवेन्द्र यादव उनके भाई धर्मेन्द्र यादव या उनके किसी परीजन व परिवार की महिलाओं सहित किसी भी प्रकार का कोई लेनदेन नही हुआ है। प्रकरण में विधायक देवेन्द्र यादव के ससुराल पक्ष के ताम्रकार परिवार के भावेश ताम्रकार,रविश ताम्रकार या प्रवीण ताम्रकार सदस्य नही है। जिस धर्मेन्द्र यादव का अनिमेष सिंह से व्यवहारिक लेने देन है वह सुपेला में रहते हैं, इस मामले में उनका मेरा हमनाम होने के कारण मैँ इसमें मुझे बदनाम किया जा रहा था जिसके कारण मैंने अपने वाटसप पर सुपेला निवासी धर्मेन्द्र यादव से उनके बैंक का पासबुक मंगाया था और मीडिया को जारी किया जिनका नाम अनिमेष सिंह से लेन देन में उल्लेखित है। श्रीमती उषादेवी यादव, श्रीमती घूमा देवी यादव, वीरेन्द्र यादव का विधायक देवेन्द्र यादव या उनके बड़े भाई धर्मेन्द्र यादव से काई संबंध नही है। लेनदेन में जिस धर्मेन्द्र यादव का जिक्र है वह हाउस नंबर 24/5 पटेल बेकरी के निकट सुपेला मार्केट निवासी है। विधायक देवेन्द्र यादव के भाई धर्मेन्द्र यादव नही है। जिन कपंनियों आदित्य रोड लाईन्स, अथर्व माईनिंग, जीडीआर एजूकेशन सोसायटी, मध्यानी बिल्डर्स अतुलराय, सुशांत श्रीवास्तव, सेवा सिंह ओबेराय, श्याम शर्मा, संतोष गुप्ता, पवन चौधरी, प्रतीक चोपड़ा को घेरा लगाकर चिंहित किया गया है, विधायक देवेन्द्र यादव या उनके भाई धर्मेन्द्र यादव या उनके किसी भी परिवारजन से इनका कोई लेनदेन नही है। संलग्र दस्तावेजों से भी यह स्पष्ट है और प्रमाणित है। कवेल सनसनी फैलाने और विधायक देवेन्द्र यादव और उनके परिजनों की छवि खराब करने के उद्देश्य से भी झूठे निराधार तथ्यहीन आरोप लगाये गये हैं।
धर्मेन्द्र ने आगे कहा कि जिन जिन पर भी आरोप लगे हैं, कानून विधि संगत उनपर कार्यवाही करें। इन मामलों से मेरे परिवार का कोई लेना देना नही है। इस मामले में मैंने कोर्ट का लीगल नोटिस विरेन्द्र पाण्डेय, प्रभुनाथ मिश्रा एवं सतीश त्रिपाठी को भेजा है। हालांकि मीडिया से यह जानकारी मिली है कि विरेन्द्र पाण्डेय इस मामले में खेद प्रकट कर चुके है कि नाम को लेकर गलतफहमी हो गई है,यह धर्मेन्द्र यादव कांग्रेस वाले नही बल्कि दूसरे है। लेकिन मैँ कैसे मान लंू कि वे खेद प्रकट किये है, क्योंकि लिखित में मेरे पास उनके द्वारा कुछ भी नही भेजा गया है। इसलिए मैँ कोर्ट में इसकी लड़ाई लडूंगा। पत्रकारवार्ता में नितिश यादव, रॉबिन सिंह, यादव समाज के सुरेन्द्र यादव भी मौजूद थे।