छत्तीसगढ़

प्रकृति के श्रृंगार और संरक्षण का प्रतीक है हरेली- विकास Hareli is a symbol of beauty and protection of nature.

प्रकृति के श्रृंगार और संरक्षण का प्रतीक है हरेली- विकास

एनवाईके रायपुर के स्वयंसेवकों ने पौधे लगाकर मनाई हरियाली

अभनपुर/रायपुर:- नेहरू युवा केन्द्र रायपुर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के युवा स्वयंसेवकों ने जिला युवा अधिकारी अर्पित तिवारी के निर्देशन में एनएसएस, ग्रामीण युवाओं व सगठनों के साथ मिलकर हरेली का त्यौहार मनाया। हरेली पर्व के अवसर पर जगह जगह पौधरोपण एवं पारम्परिक कार्यक्रमों का आयोजन कर हरेली पर्व के महत्व को बताने का प्रयास किया। इस अवसर पर छायादार पौधों का रोपण कर उसके संरक्षण का संकल्प भी दिलाया गया।
नेहरू युवा केन्द्र रायपुर के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक विकास साहू ने हरियाली पर्व की बधाई देते हुए कहा आज दिन प्रदेश के सभी वर्ग के लिए खास दिन है। हरेली किसानों और छत्तीसगढ़ी ग्रामीण परंपरा को संजोए रखने संदेश देती है। यह उत्सव प्रकृति के श्रृंगार और संरक्षण का प्रतीक है। प्रकृति का श्रृंगार पौधरोपण करके, रसायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों का उपयोग न करके, प्लास्टिक पॉलीथिन का उपयोग कम से कम करने का संकल्प लेकर ही कर सकते हैं। प्रकृति का संरक्षण न केवल अपने लिए बल्कि भावी पीढ़ी के लिए भी आवश्यक है।
युवा प्रकृति मित्र संगठन के अध्यक्ष अभिषेक वर्मा ने कहा हरियाली शब्द का अर्थ ही वृहद है इसकी व्याख्या सरल नहीं है। हरियाली शब्द से ही लोगों के मन की कई पीड़ा दूर हो जाती है। प्रकृति ही शास्वत देवता है मनवांछित फल के लिए इनकी सेवा हमें पूरे मन से करने की जरूरत है।

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