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डब्लूडी कांकेर के कार्यपालन यंत्री यू.के. मेश्राम का कारनामा , WD Kanker’s executive engineer U.K. Meshram’s feat.

रतेसरा भनपुरी सड़क निर्माण में 5 करोड़ की अमानत राशि जमा कराए बिना किया अनुबंध
कांकेर। पीडब्लूडी द्वारा निर्मित रतेसरा भनपुरी मार्ग 18 माह में बनकर तैयार हो चुका है। निविदा के अंतर्गत स्वीकृत राशि 19 करोड़ 25 लाख के स्थान पर मात्र 12 करोड़ 36 लाख रू. में लिया गया था जो न्यूनतम राशि होने के कारण यह निविदा मेसर्स गुलाबचंद जैन  बी-16 शैलेन्द्र नगर रायपुर को आबंटित किया गया था। पीडब्लूडी के अधिकारी विशेषकर कार्यपालन यंत्री यू.के.मेश्राम ठेकेदार पर इतना अधिक मेहरबान था कि ठेकेदार से सुरक्षा निधि जमा कराए बिना ही ठेकेदार से अनुबंध (एग्रीमेन्ट) कर लिया गया वह भी मात्र 50 रू. के स्टैम्प पेपर पर।
यहां सैयां भए कोतवाल की कहावत चरितार्थ करते हुए ठेकेदार को बिना अनुबंध किए वर्क आर्डर जारी कर दिया गया था। ठेकेदार को 5 करोड़ 5 लाख रू. सुरक्षा निधि जमा करने का आदेश देना था लेकिन निविदा शर्तों का उल्लंघन करते हुए ठेकेदार को लाभ पहुंचाने 10 प्रतिशत नीचे टेण्डर रेट पर सुरक्षा निधि एक करोड़ 76 लाख 1 हजार रू. निर्धारित किया गया था जबकि कार्यपालन यंत्री ने सुरक्षानिधि की राशि 36.36 प्रतिशत निविदा दर में कमी होने के कारण राशि का विवरण गलत दर्शाते हुए 5 करोड़ 5 लाख रू. के बदले मात्र 1 करोड़ 76 लाख रू. जमा करने का निर्देश दिया था पीडब्लूडी के कार्यपालन अभियंता यू.के.मेश्राम द्वारा ठेकेदार को 4 किश्तों में 1 लाख 76 हजार 1 हजार रू. एफडीआर के रूप में सुरक्षा निधि जमा करने की छूट नियम विरूद्ध दी गई थी। इस छूट का भरपूर फायदा उठाते हुए ठेकेदार ने एफडीआर जमा ही नही किया और निर्धारित अवधि 18 माह में वह भी कोरोना काल में सड़क निर्माण पूरा कर लिया। वैसे भी सड़क निर्माण के लिए 19 करोड़ का इस्टीमेट तैयार करना ही संदेश के घेरे में रहा है।
पीडब्लूडी के कार्यपालन यंत्री ने टेण्डर को हर प्रक्रिया में गड़बड़ी करते हुए मात्र ठेकेदार को लाभ पहुंचाने सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच किए बिना अपने संरक्षण में काम कराते रहा है। इन्ही सब मुद्दों को लेकर राज्य के लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, मुख अभियंता पीडब्लूडी, रायपुर आर्थिक अपराध शाखा रायपुर को समस्त दस्तावेजों के साथ शिकायत की गई है। इसके अतिरिक्त सांसद मोहन मंडावी मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी ंसंसदीय सचिव एवं विधायक शिशुपाल सिंह शोरी, विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, अंतागढ़ के विधायक अनूप नाग के अतिरिक्त जिलाधीश कांकेर से भी जांच करने का अनुरोध किया गया है।
वर्सन ….
टेण्डर में भारी भ्रष्टाचार हुआ है
बिलो राशि का अनबेलेंस अमानत राशि 19 करोड़ के टेंडर में 36 प्रतिशत बिलो 6 करोड़ 84 लाख जमा एफडीआर के उपरांत ही अनुबंध होना चाहिए यहॉ भारी भ्रष्टाचार है बाहरी ठेकेदार के साथ सॉठ-गॉठ कर यह कृत कर दिया गया है इसके लिए मुख्य कार्यपालन अभियंता पीडब्लूडी के यू के मेश्राम की जॉच होना चाहिए शासन को अपने अधिकारो का दुरूपयोग कर भारी नुकसान पहुॅचाया गया है नुकसान पहुचाने वाले जिम्मेदार अधिकारी के ऊपर कार्यवाही की जाए।

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