नाम को लेकर हो गई थी गलतफहमी, स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष पाण्डेय ने जताया खेद , There was a misunderstanding about the name, Swabhiman Party President Pandey expressed regret
भिलाई। स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष वीरेन्द्र पाण्डेय ने पुन: भिलाई के यस बैंक में अनिमेष सिंह के नाम से खोले गए खाते से होने वाले अरबों रुपए के लेनदेन पर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि नाम को लेकर हुई गलतफहमी के चलते कांग्रेस के स्थापित नेता देवेन्द्र यादव और उनके भाई धर्मेन्द्र यादव का नाम इस मामले में जोड़ दिया गया था।
मामले में कांग्रेस नेता धर्मेन्द्र यादव और उनके परिवार की कड़ी प्रतिक्रिया के बाद श्री पाण्डेय ने खेद व्यक्त किया है। स्वाभिमान पार्टी के नेताओं ने कहा है कि यह अत्यंत दुर्लभ संयोग है कि खाते के लेनदेन के विवरण में कुछ ऐसे नाम लिखे गए हैं जो कांग्रेस के स्थापित नेताओ के नाम से मिलते जुलते हैं। यह भ्रम की स्थिति पैदा करता है। ऐसे कई लोगों के नाम उस खाते में लेनदेन के साथ जुड़े हैं जो कांग्रेस के नेता हैं। सारे मामले की निष्पक्ष और पूर्ण जांच से ही दूध का दूध और पानी का पानी हो सकेगा।
बिना जांच के बयानबाजी निरर्थक है। पूरे मामले को किसी राजनीतिक द्वेष या प्रतिद्वंदिता के आधार पर न देखकर निष्पक्ष जांच की मांग सभी पक्षों को करनी चाहिए। खाते में विदेशों से पैसे आए हैं। कई गाडिय़ां खरीदी गई हैं। बड़े-बड़े लेनदेन किए गए हैं तो उनके उद्देश्यों की जानकारी भी इनकम टैक्स विभाग के पास होनी चाहिए। बिना जांच के किसी भी बात की बयानबाजी निरर्थक होगी इसलिए स्वाभिमान पार्टी ने एक बार फिर से जांच किए जाने की मांग दोहराई है। वीरेंद्र पांडे ने व्यक्तिगत धर्मेंद्र यादव का नाम लिखे जाने पर खेद व्यक्त किया है।