मोरिद फिल्टर प्लांट में लिया गया शॅट डाउन, आयुक्त पहुंचे मरम्मत कार्य देखने Shutdown taken at Morid Filter Plant, Commissioner arrived to see repair work
रिसाली/ मोरिद फिल्टर प्लांट से आम लोगों को उपलब्ध कराया जाने वाला पानी शुद्ध हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वहां होने वाले मरम्मत कार्य पर अधिकारी विशेष रूप से नजर रखते है। एक दिन पहले मोरिद फिल्टर प्लांट का शॅट डाउन लिया गया और रख रखाव समेत मरम्मत कार्य पूर्ण किया गया। इस कार्य का अवलोकन करने स्वयं आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे मोरीद पहुंचे थे। उन्होंने फिल्टर प्लांट का पहले अवलोकन किया इसके बाद वे पानी जांच करने निर्देश दिए। रिपोर्ट पीने योग्य पानी आने पर वे वापस लौटे।
उल्लेखनीय है कि पुरैना क्षेत्र में नागरिकों ने पानी का रंग हल्का मटमैला होने की शिकायत की थी। इसे आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने गंभीरता से लिया। उन्होंने तत्काल वाटर ट्रीटमेंट करने निर्देश दिए थे। जिसके बाद अधिकारियों ने शॅट डाउन लेकर मरम्मत कार्य शुरू किया। जिसे देखने आयुक्त मोरीद स्थित निगम के फिल्टर प्लांट पहुंचे। दरअसल यहां पर पानी मोरिद जलाशय से आता है। बारिश की वजह से जलाशय का पानी हल्का मटमैला हो गया है। जांच में पानी पीने योग्य पाया गया।
आयुक्त ने दिए निर्देश
फिल्टर प्लांट के कर्मचारियों को निर्देश दिया गया कि वे पानी को जांच के बाद ही ओवर हेड या संपवेल को दे। इसके बाद ही पानी घरों तक पहुंचाए। आयुक्त ने यह भी निर्देश दिए है कि कर्मचारी ओवर हेड से पानी छोड़े जाने के बाद अलग-अलग स्थानों से पानी का सैंपल लेकर जांच कराए।
लैब की क्षमता बढ़ाए
निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने फिल्टर प्लांट की संपूर्ण व्यवस्था व कार्यप्रणाली की जानकारी ली। एलम स्टाक से लेकर लैब की व्यवस्था देखी। आयुक्त ने फिल्टर प्लांट के लैब को उच्च स्तरीय बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ई कोलाई जैसे अन्य टेस्ट भी इसी लैब में किया जाए। ताकि किसी तरह की समस्या आने पर त्वरित निर्णय लिया जा सके।
वर्तमान में यह जांच
वर्तमान में फिल्टर प्लांट में चार तरह की जांच के बाद लोगों को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें पानी का हार्डनेस, बैक्टिरियां, टीडीएस व पानी में क्लोरिन की मात्रा जांची जा रही है।