वैज्ञानिक डेयरी पालन विषय पर राज्य स्तरीय पांच दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का शुभारंभ , State level five-day farmers’ training on scientific dairy farming launched
दुर्ग/ दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग के अंतर्गत पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा में वैज्ञानिक डेयरी पालन विषय पर राज्यस्तरीय पांच दिवसीय (2 अगस्त से 6 अगस्त 2021) तक प्रशिक्षण का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.पी. इंगोले के मुख्य आतिथ्य में की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस. के तिवारी द्वारा की गई कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. ए.के. सांतरा, प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष पशु उत्पादन एवं प्रबंधन विभाग तथा डॉ. के.मुखर्जी प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष आई.एल.एफ.सी.विभाग थे। स्वागत भाषण डॉ. धीरेंद्र भोंसले सह-प्राध्यापक, आई.एल.एफ.सी. द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि डॉ.एस.पी. इंगोले द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि वैश्विक महामारी के इस दौर में डेयरी व्यवसाय ने न केवल अपने आय को स्थिर किया है बल्कि प्रगति भी की है। इसमें असीम संभावनाऐं हैं तथा इस प्रशिक्षण से युवाओं एवं कृषकों को लाभ होगा। अधिष्ठाता डॉ. एस. के. तिवारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण में कृषकोपयोगी विषयों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। एवं कृषकों को इसका अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। डॉ. ए.के.सांतरा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा के बारे में बताया। डॉ. के. मुखर्जी ने दुधारू पशुओं की नस्लों के बारे में कृषकों को जागरूक होने की सलाह दी। कार्यक्रम में प्रिज्म ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर रूपेश गुप्ता भी उपस्थित थे। उन्होंने कृषकों को प्रशिक्षित होकर गुजरात की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में डेयरी विकास की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।