छत्तीसगढ़

दिवंगत पंचायत शिक्षाकर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति की मांग Demand for compassionate appointment to the dependents of deceased Panchayat education workers

*दिवंगत पंचायत शिक्षाकर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति की मांग*
*(कांकेर जिले में 50 परिवार सहित पूरे प्रदेश में 900 परिवार दर-दर भटकने मजबूर)*
*कांकेर. वर्ष 2018 के पूर्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं नगरीय प्रशासनके द्वारा दिवंगत शिक्षकों के आश्रितों के* *अनुकंपा नियुक्ति हेतु बनाए गए कड़े नियम के कारण कांकेर जिले के विभिन्न विद्यालयों में पदस्थ रहे दिवंगत शिक्षाकर्मियों के आश्रितों को आज तक अनुकंपा नियुक्ति प्रदान नहीं की जा सकी है* *जिसके कारण कांकेर जिले के 49 शिक्षा कर्मियों का आश्रित परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है*
*छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक वाजिद खान प्रदेश महासचिव हेमेंद्र साहसी, जिला के अध्यक्ष स्वदेश शुक्ला, जिला सचिव संतोष जायसवाल सहित समस्त विकासखंड के अध्यक्ष ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के शासनकाल में दिवंगत पंचायत एवं नगरी निकाय के आश्रितों के लिए बनाए गए कड़े नियम जैसे शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करना एवं b.ed d.ed की उपाधि जैसे अनुकंपा नियुक्ति नियम की अनिवार्यता के कारण कांकेर जिले के 49 आश्रितों को आज तक अनुकंपा नियुक्ति प्रदान नहीं की जा सकी है*
*अनुकंपा नियुक्ति में इन परिवारों को चतुर्थ श्रेणी के पद की भी पात्रता नहीं है जिससे परिवार की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है* *वर्तमान में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति में शिथिलता प्रदान की है जो स्वागत योग्य है परंतु पंचायत एवं नगरी निकाय के मृतक शिक्षकों के परिवारों के लिए अभी तक कोई शिथिलता प्रदान नहीं की गई है जिससे उनके परिवारों में काफी रोष है छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से मांग की है कि नियमों में शिथिलता प्रदान करते हुए एवं दिवंगत शिक्षाकर्मियों का तकनीकी संविलियन मानते हुए उनके परिवारों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान दी जावे*

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