मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाने फर्जी आय प्रमाण पत्र से बना रहे ईडब्लूएस सर्टिफिकेट, पड़ताल शुरू
सबका संदेश न्यूज़ छत्तीसगढ़ रायपुर- मेडिकल की काउंसिलिंग में पहली बार इस साल आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों के लिए ईडब्लूएस कोटे के तहत 10 फीसदी सीटों पर प्रवेश दिया जा रहा है। राज्य के पांच कॉलेजों में इस कोटे के तहत 66 सीटों में प्रवेश मिलना है। इस आरक्षण का फायदा तभी मिलेगा जब उम्मीदवारों के पास आय प्रमाण पत्र होगा। इसके तहत सालाना आय 8 लाख या उससे कम होनी चाहिए। इस प्रमाण पत्र को बनाने में ही फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
सोमवार को छत्तीसगढ़ राज्य छात्र कल्याण समिति के दर्जनों लोगों ने कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने शिकायत करते हुए बताया कि तहसील के अफसर बिना किसी जांच के यह प्रमाण पत्र बना रहे हैं। इससे ओरिजनल उम्मीदवारों को इस आरक्षण का फायदा नहीं मिल पा रहा है। पिछले कुछ सालों के इंकम टैक्स रिटर्न के आधार पर भी यह प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है। नियमों के अनुसार जिस साल प्रवेश लेना है उसी साल का इंकम प्रूफ होना चाहिए। समिति ने कलेक्टर से मेडिकल काउंसिलिंग के लिए जारी किए गए सभी आय प्रमाण पत्रों की जांच की भी मांग की है। कलेक्टर ने इस मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
फर्जी प्रमाण पत्र देने पर प्रवेश होगा निरस्त :ईडब्लूएस कोटे के तहत सर्टिफिकेट बनवाने वाले कई लोग इंकम टैक्स रिटर्न में अपनी आय छिपा रहे हैं और 2017-18 की इंकम बता रहे हैं। इतना ही नहीं फॉर्म 16 में वेतन के साथ अन्य आय भी दर्ज होती है, लेकिन अधिकतर लोग इसमें भी केवल वेतन की ही आय दिखा रहे हैं। नियमों के अनुसार ईडब्लूएस का सर्टिफिकेट फर्जी पाया जाता है तो छात्र का मेडिकल कॉलेज में हुआ एडमिशन रद्द कर दिया जाएगा। ऐसे छात्रों बांड के रूप में 25 लाख देने होंगे। फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
कॉलेजों में ईडब्लूएस कोटे की सीटें
रायपुर मेडिकल कॉलेज 18
बिलासपुर मेडिकल कॉलेज 18
राजनांदगांव मेडिकल कॅालेज 12
जगदलपुर मेडिकल कॉलेज 12
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज 06
विज्ञापन समाचार हेतु सपर्क करे-9425569117/9993199117