महाशिवरात्रि पर महापौर निर्मल कोसरे के नेतृत्व में हुआ देवबलोदा महोत्सव का आयोजन, छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्ध

भिलाईतीन। महाशिवरात्रि पर दो दिवसीय देवबलोदा महोत्सव के चलते छत्तीसगढ़ी कला और संस्कृति की महक भिलाई-चरोदा में बनी रही। इसका आयोजन महापौर निर्मल कोसरे के नेतृत्व में नगर निगम ने किया। महोत्सव में प्रसिद्ध कलाकारों के द्वारा मंच पर प्रस्तुत छत्तीसगढ़ की पारम्परिक कला और संस्कृति से लबरेज सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
भिलाई-चरोदा नगर निगम द्वारा कल्चुरी कालीन शिव मंदिर के पहचान को विस्तारित करने के उद्देश्य से देवबलोदा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। कोरोना काल की वजह से विगत दो वर्षों तक इस आयोजन को स्थगित रखा गया। इस बार महापौर निर्मल कोसरे और उनकी परिषद के द्वारा महाशिवरात्रि पर 1 एवं 2 मार्च को दो दिवसीय देवबलोदा महोत्सव का आयोजन किया गया।
महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ओएसडी मनीष बंछोर ने किया। इस अवसर पर महापौर निर्मल कोसरे, सभापति कृष्णा चंद्राकर, निगम आयुक्त कीर्तिमान सिंह राठौर सहित एमआईसी सदस्य पार्षद व अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत रायपुर के डेविड निराला और धमतरी की कु आरु साहू ने भव्य और आकर्षक मंच पर प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने में मजबूर कर दिया। इसके बाद मुख्य आकर्षण के तहत राजनांदगांव की पूनम विराट के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम रंग छत्तीसा ने लोगों को मंत्रमुग्ध किया।
दूसरे दिन समापन अवसर पर सांसद विजय बघेल और छत्तीसगढ़ शासन में संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद अतिथि के रूप में शामिल हुए।महापौर निर्मल कोसरे ने के नेतृत्व में अतिथियों का स्वागत किया गया। कोसरे ने संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद से विकास कार्यों के लिए शासन से 20 लाख रुपए नगर निगम को प्रदान करने की मांग रखी। इसके पश्चात अंचल की प्रसिद्ध पंडवानी गायिका रितु वर्मा ने मंच पर प्रस्तुति दी। रात 8 बजे से रायगढ़ निवासी प्रसिद्ध जसगीत गायक देवेश शर्मा अपनी प्रस्तुति का सिलसिला शुरू किया तो दर्शक झूमने लगे।