लोकतंत्र सेनानी संघ ने मनाया काला दिवस
भिलाई। आपातकाल की 44 वीं बरसी को काला दिवस के रुप में मनाते हुए लोकतंत्र सेनानी संघ द्वारा मीसा बंदियों का सम्मान एवं विचार गोष्ठी किया गया ! राजराजेश्वरी मंदिर पावर हाउस चौक के सभागार में आयोजित इस गरिमामय आयोजन में अनेक वक्ताओं ने लोकतंत्र की रक्षा और राष्ट्र निर्माण के विषय पर अपने विचार रखे ! कार्यक्रम का संचालन लोकतंत्र सेनानी संघ के संभागीय अध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने किया ! विचार गोष्ठी के प्रमुख वक्ता प्रभुनाथ मिश्रा के अलावा गोपाल टावरी, डॉ. लक्ष्मीनारायण चंद्राकर,डॉ विशाल चंद्राकर,शिरीष अग्रवाल,शंकरलाल देवांगन ने अपने विचारोत्तेजक संबोधनों से गहरी छाप छोड़ी ! विभिन्न वक्ताओं ने अपने सारगर्भित संबोधन के माध्यम से कहा कि, कांग्रेस ने भारत के आजादी के महज 28 साल बाद ही देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोटने का काम 26 जून 1975 को किया ! आज विचार अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर भारत के टुकड़े गैंग का समर्थन करने वाली कांग्रेस की ओर से हमेशा लोकतंत्र की समर्थन होने का ढोंग हमेशा से किया जाता रहा है ! न्यायालय के आदेश का अपमान करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने चुनाव में अपनी हार का बदला देश की जनता से आपातकाल लगाकर लिया ! 44 साल पहले मिसा एक्ट 2071 का दुरुपयोग करते हुए कांग्रेस ने देश को जेल खाना बना दिया गया था ! इस दौरान मीसा बंदियों एवं उनके परिजनों का सम्मान किया गया !