खतरे में पृथ्वी ! 16 लाख किमी की रफ्तार से धरती की तरफ आ रहा है सौर तूफान, आज मचा सकता है तबाही Earth in danger! Solar storm is coming towards the earth at a speed of 16 lakh km, may cause havoc today
हमारी धरती पर एक बहुत ही बड़ा संकट मंडरा रहा है. इस संकट की वजह से हमारी पृथ्वी खतरे में पड़ सकती है. दरअसल, धरती की ओर एक खतरा तेजी से बढ़ रहा है. सूरज की सतह से पैदा हुआ शक्तिशाली सौर तूफान (Solar Storm) 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हमारी पृथ्वी (Earth) की तरफ आ रहा है. वैज्ञानिकों के अनुसार, इस सौर तूफान के रविवार को या सोमवार को किसी भी समय हमारी धरती से टकराने की संभावना जताई जा रही है. इसलिए वैज्ञानिकों ने सैटेलाइट सिग्नलों और विमानों की उड़ानों को लेकर चेतावनी जारी कर दी है. सूरज की सतह से पैदा हुआ यह शक्तिशाली सौर तूफान 16 लाख 09 हजार 344 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की तरफ आ रहा है.
स्पेसवेदर डॉट कॉम वेबसाइट ने इस सौर तूफान को लेकर जानकारी शेयर की है. वेबसाइट के अनुसार, सूरज के वायुमंडल से पैदा हुए सौर तूफान की वजह से धरती के चुंबकीय क्षेत्र के प्रभुत्व वाले अंतरिक्ष में काफी प्रभाव देखने को मिल सकता है. तूफान को लेकर वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी कर कहा है कि जब तक लोगों को जरूरी ना हो तो विमान यात्रा ना करें.
वैज्ञानिकों ने अपनी चेतावनी में कहा है कि इस तूफान का असर विमानों की उड़ान, रेडियो सिग्नल, कम्यूनिकेशन और मौसम पर भी देखने को मिल सकता है. उत्तरी या दक्षिण अक्षांशों पर रहने वाले लोगों को इस तूफान की वजह से रात में सुंदर अरोरा दिख सकता है. ध्रुवों के पास आसमान में रात के समय तेज रोशनी को आरोरा कहा जाता है.
NASA ने चेतावनी जारी कर कहा है कि इस सौर तूफान की रफ्तार 16 लाख किमी प्रति घंटे से भी अधिक हो सकती है. अगर अंतरिक्ष से महातूफान आता है तो पृथ्वी के हर शहर में बिजली गुल हो सकती है. इसके अलावा पावर लाइंस में करंट भी तेज हो सकता है, इससे ट्रांसफार्मर्स उड़ भी सकते हैं.
ये पहली बार नहीं है जब सौर तूफान धरती की ओर आ रहा है. साल 1989 में भी सौर तूफान के कारण कनाडा के क्यूबेक शहर में 12 घंटे के लिए बिजली चली गई थी. तब लाखों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. साल 1859 में भी जिओमैग्नेटिक तूफान ने यूरोप और अमेरिका में टेलिग्राफ नेटवर्क बर्बाद कर दिया था