पूर्व कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल सहित भाजपा नेताओं ने कसा राज्य सरकार पर तंज
छत्तीसगढ़ :- छत्तीसगढ़ में अभी कोरोना काल से पूर्ण तरह बाहर न आने के बावजूद भी छत्तीसगढ़ में प्राइवेट कॉलेज और स्कूल की फीस मनमाने हो गई है मनमाने एडमिसन और सालाना फीस के कारण बच्चो के माता पिता की आर्थिक स्थिति डगमगा जाती है किसी का घर तो किसी का खेत बिक जाता है पर इनका मानवता नई जागता जिसको लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल जी के द्वारा स्टेटमेंट में कहा गया कि कोरोना के इस विषम परिस्थितियों में राज्य सरकार के द्वारा प्राइवेट स्कूल और कॉलेज के फीस पर लगाम लगाना आवश्यक है अभी के समय में बड़े से बड़े पदों में बैठे हुए लोगो की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है और सामान्य गरीब लोगो के खाने में लाले पड़े हुए है इस दौर में राज्य सरकार के द्वारा प्राइवेट स्कूल और कॉलेज के फीस पर शांत रहना दुखद है दुर्भाग्यपूर्ण है राज्य में सरकार और उनके शिक्षा मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री के द्वारा इस पर सार्थक कदम उठाना आवश्यक है जिससे प्रदेश के छात्र – छात्रा पूर्ण रूप से शिक्षित हो सकें और प्रदेश आगे बढ़ सके
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मति सुनीता हीरालाल साहू के द्वारा इस पर कहा गया कि प्रदेश के कॉलेज और स्कूलों में मनमाना फीस सामान्य परिवार के बेटियों और बेटों की शिक्षा में बाधा बन रहा है यह दुखद है इस पर राज्य सरकार को ध्यान देना आवश्यक है
जिला पंचायत और जिला भाजपा के उपाध्यक्ष अजय तिवारी जी के द्वारा इस पर कहा गया कि प्रदेश की यह स्थिति दुखद है इस पर राज्य सरकार को ध्यान देना चाहिए हमारे जिला पंचायत में आये दिन ग्रामवासियों के बीच जाने पर बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के बाद कहने पर यह पता चलता है इन सब के बीच कॉलेज की महंगी फीस बच्चो के शिक्षा में मुख्य अर्चन है इस पर उच्च शिक्षा मंत्री को अहम कदम उठाना चाहिए
जिला पंचायत के सभापति व भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख अंजू बघेल जी के द्वारा इस पर कहा गया कि प्रदेश की स्थिति दुखद है प्रदेश की लोगो की आर्थिक स्थिति दैनीय है इस पर राज्य सरकार के द्वारा बढ़ते मनमाने फीस पर शांत रहना इनके राजनीतिक सोच को प्रदर्शित करता है आये दिन प्रदेश के युवाओ के द्वारा इस पर चर्चा पर पता चलता है कि की इंजीनियरिंग,या डॉक्टरी, या अन्य के फीस के लिए किसी का खेत बिक गया किसी का घर बिक गया यह दुखद है और प्रदेश के हर प्राइवेट कॉलेजो और स्कूलो में जो गरीबी रेखा कोटा का सीट होता है उसमें कितने बच्चो को एड्मिसन दिया गया उसका रिकॉर्ड और बच्चो का नाम को प्रदेश के हर कॉलेज में सार्वजनिक डिसप्ले किया जाए जिससे व्यवस्था सुधर सकें और सभी सामान्य परिवार के बच्चो को उनका हक मिल सकें
जिला पंचायत सभापति बिंदिया मीरे जी के द्वारा इसको लेकर कहा गया कि प्राइवेट स्कूल और कॉलेज के फीस में लगाम लगाना अनिवार्य है राज्य सरकार को इस पर उचित ध्यान देना चाहिए और इस पर कदम उठाना चाहिए जिससे हमारे प्रदेश की बेटी शिक्षित हो सकें निश्चित रूप से ग्रामीण तबके की बेटियों के लिए उचित व्यवस्था हों
जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर जी के द्वारा कहा गया कि प्रदेश के कॉलेज और स्कूलों की मनमाने फीस प्रदेश के बच्चो को शिक्षित होने में मुख्य रूप से रोड़ा है प्रदेश सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और राज्य सरकार को कॉलेज और प्राइवेट स्कूल के फीस को लेकर उचित रेट लिस्ट तैयार करना चाहिए जो आम आदमी के बस में हो
जिला भाजयुमो के कोषाध्यक्ष व जनपद सदस्य अर्पित गुप्ता जी के द्वारा कहा गया कि प्रदेश की यह स्थिति दुखद है दुर्भाग्यपूर्ण है प्रदेश के कई कॉलेज व स्कूल के मनमाने फीस के कारण बच्चे अर्धशिक्षित है पढ़ाई अब व्यवसाय का केंद्र बन गया है प्रदेश के बहुत से प्राइवेट कॉलेज व स्कूल के नाम सामने आते रहते है अगर लिस्ट तैयार किया जाए तो लगभग 500 से 700 प्राइवेट स्कूल और कॉलेजस है जिसको लेकर राज्य सरकार को उचित व सार्थक कदम उठाना चाहिए
जिला भाजपा विशेष आमंत्रित सदस्य अंकुश तिवारी जी के द्वारा इस पर कहा गया कि राज्य सरकार के द्वारा मनमाने फीस वृद्धि को लेकर शांत रहना इनक़ी छोटी सोच को दर्शाता है आये दिन युवाओं के द्वारा कॉलेज और स्कूलों के फीस वृद्धि के नाम से परेशान का सामना करने की सूचना मिलती रहती है इसको लेकर राज्य सरकार को कोर्स के हिसाब सें और कॉलेज का सालाना टर्नओवर स्टाफ के संख्या के आधार पर प्राइवेट,सेमि प्राइवेट कॉलेजस का रेट लिस्ट तैयार करना चाहिए और अगर स्कूलों का पढ़ाई का स्तर सुधारना है तो निश्चित रूप से सरकार को यह नियम बनाना चाहिए कि सरकारी स्कूल में पड़ने वाले छात्रों को प्राइवेट स्कूल में पड़ने वाले छात्रों के तुलना सरकारी नौकरी में 3% ज्यादा प्राथमिकता दिया जाएगा उसके बाद व्यवस्था और पढ़ाई का स्तर खुद ही सुधर जाएगा
भाजपा नेता सोम ठाकुर जी के द्वारा कहा गया कि अभी के समय में प्राइवेट स्कूल व कॉलेज में पढ़ाई करने का यह अर्थ है कि मनमाने पैसा गिनना आये दिन विधानसभा से पड़ने गए छात्रों के द्वारा बताया जाता है किसी का खेत बिक गया तो किसी का घर इसको लेकर राज्य सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए निश्चित रूप से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जी के घोषणापत्र में बेटियों को पढ़ाई के लिए कॉलेज जाने के लिए स्कूटी देने व अन्य पढ़ाई के उचित व्यवस्था करने की बात कही थी और अभी के डेट में राज्य की भूपेश सरकार इसके लिए पूरी तरह से खोखली है कोई निश्चित कार्यप्रणाली नई है यह दुखद है