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*जनता स्कूल भिम्भौरी में पढ़कर कई लोगों का बना भविष्य, लेकिन संस्था की हालत जर्जर, स्टाफ की किल्लत*

*बेमेतरा/बेरला*:-किसी भी क्षेत्र के विद्यालय के माध्यम से उस क्षेत्र का भविष्य तैयार होता है और विद्यालय से निकलकर भी लोग छात्र जीवन के प्रत्येक पल को सदैव याद करते रहते है। फिर भी बदहाली क़ी तस्वीर सामने आ रही है, जो कि उपतहसील ग्राम भिम्भौरी के जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क़ी है।जहाँ क़ी छत आज भी कच्चे मकान के शक्ल में ही है। ज़ब ज़ब बारिश होती है दीवारों पर पानी भी टपकती रहती है। सूत्रों क़ी माने तो उपतहसील ग्राम भींभौरी क़ी यह स्कूल क्षेत्र में काफ़ी पुराना है जहाँ से आसपास के कई गांव के लोग शिक्षित हुए है। उनमे से
कई छात्र आज भिन्न भिन्न स्थानों में उच्च स्तरों में पदस्थ भी है | ग्रामीण सूत्रों क़ी माने तो ग्राम भिम्भौरी क़ी जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क़ी स्थापना लगभग सन 1968 क़ी है जहाँ वर्तमान में शासन क़ी और से महज चार शिक्षक ही पदस्थ है जबकि विद्यार्थियों क़ी संख्या लगभग 300 है।स्थानीय लोगों के मुताबिक इस विद्यालय के प्रांगण में कई बड़े आयोजन के तहत उच्चस्तरीय योजनाओं क़ी भी घोषणाएँ हुई है, किन्तु वर्तमान में इसकी सुध लेने वाला कोई नही है। जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भिम्भौरी के वर्तमान अध्यक्ष श्री प्रेमलाल वर्मा (बबला वर्मा) जी ने कहा क़ी जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क़ी स्थापना हुए लगभग 50 वर्ष से अधिक हो चूकी है।यह केवल एक विद्यालय ही नही अपितु सम्पूर्ण क्षेत्र का गौरव है, आज भी ज़ब कोई स्कूलों क़ी चर्चा करता है तो लोग कहते है, कि भिम्भौरी गांव का स्कूल क्षेत्र में बहुत पहले ही खुल चूका था।जनता उ. मा. विद्यालय मे शिक्षकों क़ी कमी को लेकर उन्होंने ने कहा क़ी वर्तमान में वास्तव में शिक्षकों क़ी कमी है। ज्ञापन के माध्यम से कई बार प्रशासन का ध्यानाकर्षण भी किया गया। फिर भी शिक्षकों के रिक्तपदों क़ी भर्ती प्रशाशन द्वारा अब तक नही क़ी गयीं है। वर्तमान समय में केवल अनुदान क़ी राशि के माध्यम से ही उच्च शिक्षकों के रिक्त पदों क़ी व्यवस्था करना एक मुश्किल कार्य है। प्रशासन को इन रिक्त पदों पर शिक्षकों क़ी भर्ती कर उनका वेतन भार भी वहन करना चाहिए।वही जनता उ. मा. विद्यालय के सम्बंध में ग्राम पंचायत भिम्भौरी सरपंच महेश्वरी खींवराज धीवर का कहना है, कि अध्यक्ष चुनाव के पश्चात् उक्त कमियों को लेकर ज्ञापन के माध्यम से ही प्रशासन को पुनः अवगत कराया जाएगा ताकि विद्यालय का संचालन निर्बाध गति से हो सके। इस सम्बंध में भूतपूर्व छात्र (वर्तमान शिक्षक) कमलेश वर्मा के माध्यम से यह ज्ञात हुआ क़ी जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एक अनुदान प्राप्त विद्यालय

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